भारत में बाघों की सबसे बड़ी संख्या है, भारत में दुनिया के लगभग 70% बाघ पाए जाते हैं। 2019 में, भारत के बाघों की संख्या 2,967 थी, जो कि 2014 के मुकाबले 33% की वृद्धि दर्शाती है।
हाथियों का घर
भारत एशियाई हाथियों का एक प्रमुख निवास स्थान है। यहाँ लगभग 30,000 से 35,000 एशियाई हाथी पाए जाते हैं, जो कि विश्व की कुल संख्या का लगभग 60% हैं।
गैंडे का आश्रय
भारत के असम में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, विश्व के सबसे बड़े एक-सींग वाले गैंडों का निवास स्थान है। यहाँ लगभग 2,400 गैंडे पाए जाते हैं, जो विश्व की कुल संख्या का लगभग 70% हैं।
विविधता का केंद्र
भारत में 500 से अधिक संरक्षण वाले वन्यजीवों की प्रजातियाँ हैं। इसमें बाघ, शेर, गैंडा, हाथी, और कई अन्य दुर्लभ प्रजातियाँ शामिल हैं।
वन्य जीवों की सुरक्षा
भारत में 104 राष्ट्रीय उद्यान और 566 वन्यजीव अभ्यारण्य हैं, जो जैव विविधता के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण हैं।
समुद्री जीवों की विविधता
भारत के समुद्र तटों के आस-पास, विशेषकर अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में, विभिन्न प्रकार के समुद्री जीव पाए जाते हैं, जैसे कि समुद्री कछुए, डॉल्फ़िन और कई प्रकार की मछलियाँ।
पक्षियों की विभिन्नता
भारत में लगभग 1,300 पक्षियों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें से कई प्रवासी पक्षी हैं जो सर्दियों में भारत आते हैं।
विश्व धरोहर स्थल
भारत में कुछ विश्व धरोहर स्थल हैं जो जैव विविधता के संरक्षण में मदद करते हैं, जैसे नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व और सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान।
औषधीय पौधों की विविधता
भारत में 7,500 से अधिक औषधीय पौधों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जो पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों जैसे आयुर्वेद में उपयोग की जाती हैं।
जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
जलवायु परिवर्तन भारत की जैव विविधता पर गंभीर प्रभाव डाल रहा है। कई प्रजातियाँ जैसे कि तेंदुआ और बाघ, अपने निवास स्थान को बदलने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
भारत की जैव विविधता न केवल पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सांस्कृतिक, आर्थिक और स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करती है। संरक्षण और सतत विकास के माध्यम से इसे सुरक्षित रखना आवश्यक है। किन्हे