नए साल के जश्न का इतिहास: 1 जनवरी को क्यों चुना गया है नया साल, जानें इसके पीछे की वजह

नए साल के जश्न का इतिहास: 1 जनवरी को क्यों चुना गया है नया साल, जानें इसके पीछे की वजह
Last Updated: 4 घंटा पहले

हर साल, 1 जनवरी को दुनिया भर में नए साल का जश्न मनाया जाता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह तारीख ही क्यों चुनी गई? दरअसल, यह दिन ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार नए साल का पहला दिन है। वर्ष 1582 में पोप ग्रेगोरी 13वें ने जूलियन कैलेंडर को सुधारते हुए 1 जनवरी को नए साल का प्रारंभिक दिन घोषित किया। इसके बाद से यह परंपरा जारी है, जो आज भी दुनिया भर में मान्य है।

धार्मिक महत्व और परंपराएं

1 जनवरी केवल एक कैलेंडर के दिन के रूप में नहीं, बल्कि इसका धार्मिक महत्व भी है। यह दिन ईसा मसीह के जन्म के आठवें दिन होने वाले एक महत्वपूर्ण संस्कार का भी हिस्सा है। इस दिन कई देशों में छुट्टी होती है, क्योंकि यह धार्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना जाता है।

दुनिया में सबसे पहले और आखिरी नए साल का जश्न

नया साल सबसे पहले समोआ द्वीप पर आता है, जो भारतीय समयानुसार दोपहर 3:30 बजे होता है। इसके बाद, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, और रूस जैसे देशों में नए साल का स्वागत किया जाता है। वहीं, सबसे आखिरी नए साल का जश्न 'बेकर आइलैंड' पर होता है।

अनोखी परंपराएं और मान्यताएं

नया साल हर जगह अलग-अलग परंपराओं और रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है। यहां कुछ दिलचस्प परंपराएं हैं जो दुनिया भर में मनाई जाती हैं।

स्पेन: यहां लोग साल के 12 महीने को खुशहाल बनाने के लिए 12 अंगूर खाते हैं।

ग्रीस: लोग अपने घर के दरवाजे पर प्याज लटकाते हैं, जिसे सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।

जापान: बौद्ध मंदिरों में नववर्ष के देवता 'तोशिगामी' का स्वागत करने के लिए 108 बार घंटियां बजाई जाती हैं।

अर्जेंटीना: इस दिन लोग बीन्स खाते हैं, जो खास तौर पर करियर के लिए शुभ मानी जाती हैं।

डेनमार्क: यहां लोग नए साल के अवसर पर बड़े केक काटने की परंपरा निभाते हैं।

स्विट्जरलैंड: नए साल के मौके पर ड्रम बजाने का रिवाज है, जो उत्सव का हिस्सा है।

नए साल की पार्टियों और जश्न का क्रेज

31 दिसंबर की रात को दुनिया भर के लोग नए साल का स्वागत पार्टियों, डांस और संगीत के साथ करते हैं। भारत समेत कई देशों में यह रात खास होती है, जहां लोग दोस्तों और परिवार के साथ मिलकर जश्न मनाते हैं। इस दिन को यादगार बनाने के लिए बड़े आयोजन और समारोह होते हैं, खासकर शहरों में।

नया साल न केवल एक कैलेंडर का परिवर्तन होता है, बल्कि यह एक नई शुरुआत का प्रतीक भी है। यह समय होता है जब लोग पिछले साल की परेशानियों को भूलकर नए साल में नए लक्ष्य और सपनों के साथ आगे बढ़ते हैं। दुनिया भर में नए साल का जश्न उल्लास, खुशी और सकारात्मकता के साथ मनाया जाता है, जिससे हर कोई अपनी उम्मीदों और खुशियों के साथ नए साल का स्वागत करता है।

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