जीनियस लोगो का I.Q LEVEL आम आदमी के I.Q.LEVEL से अलग क्यों होता है, आइये जाने

जीनियस लोगो का I.Q LEVEL आम आदमी के I.Q.LEVEL से अलग क्यों होता है, आइये जाने
Last Updated: 13 जुलाई 2024

इन 15 लक्षणों वाले लोग होते हैं जीनियस

कहते हैं बुद्धि बाज़ार में नहीं बिकती। अगर बिकने वाली चीज़ होती तो देश के बुद्धिमान व्यक्तियों और अमीरों की एक लंबी सूची होती। दुनिया में कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनका दिमाग बाकी लोगों से कई गुना ज्यादा तेज होता है। इसे हम आईक्यू कहते हैं। कुछ लोग कठिन चीजों को तुरंत समझ लेते हैं जबकि कुछ सरल चीजों को समझने में बहुत वक्त लेते हैं। ऐसा अलग-अलग आईक्यू लेवल के कारण होता है।

आज हम आपको बताएंगे कि कौन से संकेत बताते हैं कि आप एक विलक्षण प्रतिभा वाले और इंटेलिजेंट हैं। क्या आप भी जीनियस लोगों की श्रेणी में आते हैं, यह जानने के लिए इस लेख को पढ़ें।

 

जीनियस बच्चों की परवरिश कैसे करें?

सबसे महत्वपूर्ण चीज़ प्रयास है लेकिन कड़ी मेहनत करने के लिए जुनून भी जरूरी है। जुनून एक ऐसा इंजन है जो कड़ी मेहनत के रूप में बाहर आता है और यह किसी चीज़ के प्रति प्यार से लेकर उसकी सनक तक हो सकता है। इसलिए जुनून को प्रोत्साहित करना अहम है।

महान दिमागों में एक और समानता यह है कि वे विद्वान होते हैं और विभिन्न क्षेत्रों की जानकारी रखते हैं। इस तरह के लोग अलग-अलग चीज़ों को जोड़कर देख सकते हैं, जो दूसरे नहीं कर सकते। बच्चों की परवरिश करते हुए उन्हें विभिन्न अनुभवों से रूबरू कराएं। विज्ञान पसंद करने वाले बच्चों को उपन्यास पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें। जो माता-पिता अपने बच्चों को किसी एक काम पर फोकस करने के लिए कहते हैं, वे गलत समझ रहे हैं।

 

जीनियस व्यक्तियों के उदाहरण:

आइंस्टीन: उनकी टीचर ने उन्हें बेवकूफ कहकर स्कूल से निकाल दिया था। लेकिन उनकी मां ने उन्हें पढ़ाना शुरू किया और आज हम सभी उनकी बुद्धि के बारे में जानते हैं।

किम उंग यॉन्ग: इन्हें दुनिया का सबसे बड़ा जीनियस बच्चा माना जाता है। चार साल की उम्र में ये कोरियन, जापानी, अंग्रेजी और जर्मन भाषाएं पढ़ने लगे थे। सात साल की उम्र में इन्हें नासा बुला लिया गया था।

अकरित जायसवाल: सात साल की उम्र में इन्होंने एक लड़की की सर्जरी की थी। इन्हें दुनिया के सबसे स्मार्ट बच्चे का खिताब मिल चुका है। 12 साल की उम्र में इन्होंने पंजाब मेडिकल यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया।

प्रियांशी सोमानी: मेंटल कैलकुलेशन वर्ल्ड कप 2010 का खिताब जीत चुकी हैं। उनका नाम गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज है।

एलायना स्मिथ: सात साल की उम्र में रेडियो स्टेशन की सलाहकार बनीं। ब्रिटेन की सबसे छोटी सलाहकार जो समस्याओं का चुटकियों में हल निकालती हैं।

 

जीनियस लोगों की आदतें:

कार्य नीति: वे मेहनत करते हैं और लचीले होते हैं।

मौलिकता: वे नए और अनोखे विचार लाते हैं।

जिज्ञासा: उनकी जिज्ञासा कभी शांत नहीं होती।

जुनून: वे अपने काम के प्रति जुनूनी होते हैं।

रचनात्मक अव्यवस्था: वे अव्यवस्था में भी रचनात्मकता देखते हैं।

विद्रोह: वे नियमों का पालन नहीं करते, बल्कि अपने तरीके से काम करते हैं।

सहानुभूति: वे दूसरों की भावनाओं को समझते हैं और मदद करते हैं।

प्रसिद्ध शिक्षाविदों के अनुसार जीनियस की परिभाषा:

डॉक्टर क्रेग राइट के अनुसार, जीनियस वह व्यक्ति है जिसकी रचनाएं और अवधारणाएं समाज को महत्वपूर्ण तरीकों से बदलती हैं। उन्होंने जीनियस के लिए एक फार्मूला भी बनाया है: G = SxNxD. यानी जीनियस = प्रभाव या बदलाव कितना महत्वपूर्ण है X कितने लोग प्रभावित हुए हैं X कितने समय के लिए रहा।

 

जीनियस लोगों की अन्य खास आदतें:

इंटरनेट का उपयोग: इंटरनेट की वजह से उनकी लिखने और पढ़ने की शैली बेहतर होती है।

रात में काम: बुद्धिमान लोग रात में काम करते हैं।

संगीत: संगीतकारों का दिमाग ज्यादा एक्टिव होता है।

सामाजिक स्थिति: वे हर तरह की परिस्थिति में जल्दी घुल-मिल जाते हैं।

तथ्य: वे बिना तथ्यों के किसी बात पर विश्वास नहीं करते।

जुगाड़ू: वे हर काम को आसानी से समझकर करने की काबिलियत रखते हैं।

तत्काल समझ: उनका दिमाग तुरंत समझता है और सवाल जवाब करने की क्षमता रखता है।

इन सभी लक्षणों से यह स्पष्ट होता है कि जीनियस लोग अलग-अलग तरीकों से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। उनका दिमाग तेज होता है और वे कठिन से कठिन चीजों को तुरंत समझ लेते हैं। अगर आपके पास भी इनमें से कुछ लक्षण हैं, तो आप भी एक जीनियस की श्रेणी में आ सकते हैं।

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