वैलेंटाइन डे या संत वैलेंटाइन दिवस (Valentine’s Day) हर साल आज, 14 फरवरी को दुनिया भर में प्रेम और स्नेह के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। इस दिन प्रेमी जोड़े एक-दूसरे को फूल, गिफ्ट, कार्ड और मिठाइयां देकर अपने प्रेम का इजहार करते हैं।
क्यों मनाया जाता है वैलेंटाइन डे?
वैलेंटाइन डे प्रेमियों के लिए खास दिन होता है, जब वे अपने प्यार का इजहार करते हैं। यह केवल प्रेमी-प्रेमिका के लिए ही नहीं, बल्कि दोस्तों, परिवार और जीवन के खास लोगों के प्रति अपने स्नेह को जताने का भी अवसर होता है। इस दिन प्रेमी जोड़े एक-दूसरे को फूल, गिफ्ट, चॉकलेट और प्यार भरे संदेश देकर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं।
वैलेंटाइन डे का इतिहास
इसका नाम संत वैलेंटाइन के नाम पर रखा गया है, जो रोम के एक ईसाई पादरी थे। कहा जाता है कि संत वैलेंटाइन ने प्रेम और विवाह का समर्थन किया, जबकि रोमन सम्राट क्लॉडियस द्वितीय ने विवाह पर प्रतिबंध लगा दिया था। उन्होंने गुप्त रूप से प्रेमी जोड़ों का विवाह कराया, जिससे क्रोधित होकर सम्राट ने उन्हें 14 फरवरी 269 ईस्वी में मृत्युदंड दे दिया।
कहा जाता है कि जेल में रहते हुए, संत वैलेंटाइन ने जेलर की नेत्रहीन बेटी को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने प्रेम का महत्व समझाया और पत्र के अंत में "फ्रॉम योर वैलेंटाइन" लिखा। तभी से यह वाक्य प्रेम पत्रों में प्रचलित हो गया। 19वीं सदी से पहले लोग हस्तलिखित प्रेम पत्रों का आदान-प्रदान करते थे। 1847 में, अमेरिका की एस्थर हौलैंड ने ब्रिटेन की परंपरा से प्रेरित होकर वाणिज्यिक ग्रीटिंग कार्ड्स का व्यवसाय शुरू किया।
एक अन्य कहानी के अनुसार, संत वैलेंटाइन को जेल में डाल दिया गया था, जहां उन्होंने जेलर की नेत्रहीन बेटी को अपनी आंखें दान कर दी थीं। कहा जाता है कि उन्होंने फांसी से पहले उस लड़की को एक पत्र लिखा था, जिसके अंत में लिखा था – "तुम्हारे वैलेंटाइन की ओर से"। यह प्रेम और बलिदान की अनूठी मिसाल थी, और तब से यह दिन "वैलेंटाइन डे" के रूप में मनाया जाने लगा।
वैलेंटाइन डे का महत्व
यह दिन प्रेम और सद्भाव का प्रतीक है। वैलेंटाइन डे पर लोग अपने प्रियजनों के लिए गिफ्ट्स, कार्ड, फूल और रोमांटिक गेटवे प्लान करते हैं। यह सिर्फ प्यार का इजहार करने का दिन नहीं है, बल्कि रिश्तों को मजबूत बनाने और अपने प्रियजनों के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का अवसर भी है।