बांग्लादेश के फिल्म प्रोड्यूसर (Salim Khan) भारत की बंगाली फिल्म इंडस्ट्री से भी जुड़े हुए थे। उन्होंने टॉलीवुड के बड़े स्टार देव के साथ भी एक फिल्म 'कमांडो' बनाई थी। बताया गया कि उन पर भ्रष्टाचार का एक केस भी चल रहा था, जिसके तहत उस फिल्म को रिलीज नहीं किया गया। बांग्लादेश की हिंसा में भीड़ ने सलीम खान और उनके बेटे की निर्मम हत्या कर दी।
Bangladesh: हिंसा की इस आग में जल रहे बांग्लादेश से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। खबरों से पता चला कि, बांग्लादेश के एक फिल्म प्रोड्यूसर (Salim Khan) सहित उनके बेटे (Shanto Khan) को मार दिया। आपको बता दें कि, सलीम खान एक प्रोड्यूसर होने के साथ-साथ बांग्लादेश के चांदपुर उपजिले में, लक्ष्मीपुर मॉडल यूनियन परिषद के चेयरमैन भी थे। बांग्लादेश में हुई हिंसा के दौरान गुस्साई भीड़ ने सलीम और उनके बेटे शांतो की बेरहमी से हत्या कर दी।
टॉलीवुड के बड़े फिल्म स्टार्स के साथ किया था काम
सलीम खान बांग्लादेश के फिल्म प्रोड्यूसर के साथ-साथ भारत की बंगाली फिल्म इंडस्ट्री (टॉलीवुड) से भी जुड़े थे। उन्होंने टॉलीवुड के सुपरस्टार देव के साथ एक फिल्म 'कमांडो' बनाई थी, जिसको रिलीज नहीं किया गया।
मिली एक रिपोर्ट के आधार पर, tollywood में सलीम खान की 10 फिल्मों का प्रोडक्शन अलग-अलग स्टेज पर था और इनमें बड़े टॉलीवुड स्टार्स काम कर रहे थे। टॉलीवुड से जुड़े exicutive प्रोड्यूसर (Arindam) की सोमवार को ही सलीम से नई फिल्म को लेकर बात हुई थी। हल ही में प्रोड्यूसर सलीम ने बांग्लादेशी फिल्म 'Tungiparar Miya Bhai' डायरेक्ट की थी, जो बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति, शेख मुजीबुर रहमान की लाइफ पर आधारित थी।
एक बार जेल भी जा चूकें हैं सलीम
खबरों के मुताबिक, पता चला कि बांग्लादेश के फिल्म प्रोड्यूसर सलीम खान पर आरोप था कि वो कई सालों से चांदपुर नेवी बाउंड्री के पास, पद्मा-मेघना नदी से रेत के गैरकानूनी उत्खनन में शामिल थे। जबकि, इस काम के लिए उन्हें जेल भी जाना पड़ा था और उनके खिलाफ एंटी-करप्शन कमीशन (ACC) में केस भी चल रहा है।
पुलिस ऑफिसर-इन-चार्च चांदपुर सदर मॉडल मोहम्मद शेख मोहसिन आलम ने अपने बयानों में कहा, 'हमें उन दोनों की मौत की खबर मिली लेकिन किसी ने हमें जानकारी नहीं दी है। अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हम वहां नही जा सके।
खुद को बचाने के लिए चलाई थी गोलियां
रिपोर्ट्स में सामने आया है कि सोमवार, 5 अगस्त को सलीम खान और उनके बेटे शांतो अपने घर से भागने का प्रयास कर रहे थे। उसी दौरान बलिया यूनियन के, फरक्काबाद बाजार में गुस्साई भीड़ उनके सामने आ खड़ी हो गई। उन्होंने खुद को बचाने के लिए पिस्टल से गोलियां भी चलाईं, परन्तु पास ही के बगरा बाजार में उनका सामना फिर से भीड़ से हो गया था। इसके बाद वहां पर गुस्साई भीड़ ने सलीम और उनके बेटे शांतो की पीट-पीटकर बेहरमी से हत्या कर दी।