बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। हिंसा के खिलाफ बांग्लादेश की राजधानी ढाका और अन्य देशों में हिंदू समुदाय ने विरोध प्रदर्शन करते हुए रैली निकाली। इतना ही वाशिंगटन में भी व्हाइट हाउस के बाहर बड़ी संख्या में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।
ढाका: बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। हिंसा के खिलाफ बांग्लादेश की राजधानी ढाका और अन्य देशों में भी हिंदू समुदाय ने जोरदार तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं समुदाय के लोगों ने वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों को बचाने और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के लिए सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
ढाका में हिन्दुओं का विरोध प्रदर्शन
बांग्लादेश में पिछले महीने शुरू हुआ छात्र विरोध प्रदर्शन में उग्र रूप धारण कर लिया, जिसके चलते यहां की सत्ता भी पलट गई. प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया। बांग्लादेश में अब भी राजनीतिक अशांति के चलते हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है और उनकी बेरहमी से हत्या की जा रही है। इसी हिंसा के खिलाफ शनिवार (10 अगस्त) को राजधानी ढाका में हिंदू समुदाय के लोगों ने बड़े स्तर पर हिंसा का विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि कटरपंथियों ने हिंदू मंदिरों को भी नष्ट कर दिया हैं।
अमेरिका के साथ अन्य देशों में भी किया जा रहा विरोध प्रदर्शन
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं और अन्य लोगों को निशाना बनाकर उनके साथ अत्याचार किया जा रहा हैं. कई हिन्दू नेताओं की हत्या कर दी गई. इसी हिंसा के खिलाफ वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के बाहर बड़ी संख्या में हिन्दू समुदाय के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। बता दें प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी और बांग्लादेशी झंडे और पोस्टर हाथ में लिए हुए थे. पोस्टर में लिखा हुआ था कि बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों को "बचाया जाए।" उन्होंने 'हमें न्याय चाहिए' के जोर-जोर से नारे भी लगाए और हिंसा में कमी लेकर शांति का आह्वान किया।
हिंसा के खिलाफ मोदी सरकार एक्टिव
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश में हिन्दुओ के साथ हो रही हिंसा के खिलाफ आवाज उठाते हुए बांग्लादेश की नई अंतरिम सरकार से हिंदुओं की सुरक्षा की अपील की। भारत सरकार के अधिकारियों ने कहां कि वो इस हिंसक घटना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने ये भी कहां कि अंतरिम सरकार से लगातार संपर्क बनाते हुए लोगों को सुरक्षा प्रदान करने की अपील की हैं। बता दें इस हिंसा के खिलाफ लंदन और फिनलैंड सहित दुनिया के कई दशों में भी विरोध प्रदर्शन किया जा रहा हैं।