Govinda Birthday: बॉलीवुड अभिनेता गोविंदा ने किया दर्शकों के दिलों पर राज, जानें इनके फिल्मी करियर के बारे में

Govinda Birthday: बॉलीवुड अभिनेता गोविंदा ने किया दर्शकों के दिलों पर राज, जानें इनके फिल्मी करियर के बारे में
Last Updated: 16 घंटा पहले

गोविंदा, जिनका असली नाम गोविंद अरुण आचार्य है, 21 दिसंबर 1963 को मुंबई, महाराष्ट्र में जन्मे थे। वे भारतीय फिल्म उद्योग के सबसे लोकप्रिय और सफल अभिनेता माने जाते हैं। उनका अभिनय करियर 1980 के दशक के अंत से शुरू हुआ था और वे 1990 के दशक में बॉलीवुड के सबसे बड़े सितारों में से एक बन गए।

प्रारंभिक जीवन

गोविंदा का जन्म एक पंजाबी परिवार में हुआ था। उनके पिता, अरुण आचार्य, एक फिल्म निर्माता और उनकी मां, निरंकारी आचार्य, एक हाउसवाइफ थीं। गोविंदा का परिवार फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा था, और उनका झुकाव भी अभिनय की ओर था। वे अपनी शुरुआती पढ़ाई मुंबई के गवर्नमेंट कॉलेज से करने के बाद फिल्मों में करियर बनाने के लिए आगे बढ़े।

अभिनय में सफलता

गोविंदा ने अपनी अभिनय यात्रा की शुरुआत भले ही 1986 में "इल्जाम" से की हो, लेकिन उनकी पहचान 1990 के दशक में बनी, जब उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी अनोखी शैली और हंसी-ठहाके से एक बड़ा मुकाम हासिल किया। "कुली नंबर 1" (1995) और "हसीना मान जाएगी" (1999) जैसी फिल्मों में उनके बेहतरीन अभिनय ने उन्हें दर्शकों के दिलों में खास जगह दिलाई। उनके द्वारा निभाए गए किरदारों में उनके गहरे हास्य, शानदार डांस मूव्स और संजीवनी भावनाओं का अद्भुत मिश्रण देखने को मिलता था।

गोविंदा का अभिनय सिर्फ कॉमेडी के लिए मशहूर था, बल्कि उन्होंने रोमांटिक और एक्शन फिल्मों में भी अपनी अभिनय की छाप छोड़ी। "दूल्हे राजा" (1998), "बड़े मियां छोटे मियां" (1998), और "जोड़ी नंबर 1" (2001) जैसी फिल्में भी बड़ी हिट हुईं।

गोविंदा के डांस

गोविंदा को एक शानदार डांसर के रूप में भी जाना जाता है। उनकी फिल्में और गाने उनके डांस मूव्स के लिए बहुत प्रसिद्ध हुए। उनकी फिल्मों में कई हिट गाने आए, जैसे "मुंबई की रैम्बो", "आजा नचले", "बूम बूम" आदि। गोविंदा के डांस स्टाइल को दर्शकों ने खूब सराहा, और वे बॉलीवुड के सबसे बेहतरीन डांसरों में से एक माने जाते हैं।

राजनीति में अनुभव

2004 में गोविंदा ने राजनीति में कदम रखा और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़कर मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा। उन्होंने चुनाव में जीत हासिल की और सांसद बने। हालांकि, उनका राजनीतिक करियर अपेक्षाकृत छोटा रहा और 2008 में उन्होंने राजनीति से अलविदा ले लिया। वे अपनी संसद की कार्यवाही में सक्रिय रूप से भाग नहीं ले पाए और इस कारण उनकी राजनीति में रुचि धीरे-धीरे कम हो गई।

पारिवारिक जीवन

गोविंदा की पत्नी सुनीता आचार्य हैं, और वे अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद करते हैं। उनके दो बच्चे हैं - यशवर्धन और टीना आचार्य। गोविंदा अपने परिवार के काफी करीब हैं और वे उनके साथ निजी समय बिताने को प्राथमिकता देते हैं। उन्होंने अपने परिवार को कभी भी मीडिया की सुर्खियों से दूर रखा हैं।

चुनौतीपूर्ण समय

हालांकि गोविंदा ने बॉलीवुड में बहुत सफलता पाई, लेकिन समय के साथ उनकी लोकप्रियता में कुछ कमी आई। 2000 के दशक के अंत में और 2010 के दशक की शुरुआत में वे फिल्म इंडस्ट्री से दूर हो गए, और उनकी फिल्मों की सफलता में गिरावट आई। बावजूद इसके, गोविंदा का अभिनय हमेशा याद रखा जाएगा। हाल ही में गोविंदा ने फिल्मों में वापसी की है और उन्होंने साबित किया कि उनका जादू आज भी कायम हैं।

पुरस्कार और सम्मान

गोविंदा को उनकी उत्कृष्ट अभिनय के लिए कई पुरस्कार मिले हैं, जिनमें फिल्मफेयर अवार्ड, आईएफटीए अवार्ड, और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार शामिल हैं।

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