भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर आज 7 मार्च को अपना जन्मदिन मना रहे हैं। चार दशक से अधिक समय से फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय अनुपम खेर ने अपनी दमदार अदाकारी, विविध भूमिकाओं और अनगिनत फिल्मों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया है। उनका करियर न केवल बॉलीवुड तक सीमित रहा, बल्कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारतीय अभिनय प्रतिभा को गौरवान्वित किया है। इस खास मौके पर आइए उनके प्रेरणादायक सफर पर एक नजर डालते हैं।
संघर्ष से सफलता तक: शुरुआती सफर
अनुपम खेर का जन्म 7 मार्च 1955 को हिमाचल प्रदेश के शिमला में हुआ था। अभिनय की दुनिया में कदम रखने के लिए उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) से प्रशिक्षण लिया। शुरुआती दिनों में कठिन संघर्ष करने के बाद, 1984 में आई फिल्म सारांश से उन्हें पहली बड़ी पहचान मिली। इस फिल्म में उन्होंने 28 वर्ष की उम्र में एक बुजुर्ग व्यक्ति की भूमिका निभाई, जिसे दर्शकों और आलोचकों ने खूब सराहा।
फिल्मी सफर: 500 से अधिक फिल्मों का बेहतरीन रिकॉर्ड
अनुपम खेर का फिल्मी सफर असाधारण रहा है। उन्होंने 500 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया, जिनमें कॉमेडी, निगेटिव रोल और गंभीर किरदार सभी शामिल हैं। उनकी कुछ प्रतिष्ठित फिल्मों में शामिल हैं:
• डर (1993) – एक प्रभावशाली किरदार जिसने फिल्म में गहराई जोड़ी।
• दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (1995) – जहां उन्होंने एक भावनात्मक पिता की भूमिका निभाई।
• कुछ कुछ होता है (1998) – जिसमें उनका हल्का-फुल्का अभिनय दर्शकों को खूब भाया।
• ए वेडनसडे (2008) – एक साधारण आदमी के असाधारण संघर्ष की कहानी।
• स्पेशल 26 (2013) – जहां उन्होंने अपने किरदार से कहानी में जान डाल दी।
अंतरराष्ट्रीय पहचान: हॉलीवुड में भी दिखाया हुनर
अनुपम खेर ने बॉलीवुड के साथ-साथ हॉलीवुड में भी अपनी प्रतिभा साबित की है। उन्होंने बेंड इट लाइक बेकहम, सिल्वर लाइनिंग्स प्लेबुक, और द बिग सिक जैसी अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में भी शानदार अभिनय किया है। उनकी भूमिकाओं को विदेशों में भी खूब सराहा गया और उन्होंने भारतीय कलाकारों के लिए वैश्विक मंच पर एक नया मार्ग प्रशस्त किया।
सम्मान और उपलब्धियां
अनुपम खेर को उनके योगदान के लिए कई बड़े पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। भारत सरकार ने उन्हें 2004 में पद्म श्री और 2016 में पद्म भूषण से नवाजा। इसके अलावा, वे कई राष्ट्रीय और फिल्मफेयर पुरस्कारों के भी हकदार रहे हैं।
सिनेमा के अलावा योगदान
एक अभिनेता के अलावा अनुपम खेर एक प्रेरणादायक वक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। उन्होंने अनुपम खेर एक्टिंग स्कूल की स्थापना की, जहां युवा कलाकारों को प्रशिक्षण दिया जाता है। वे समय-समय पर मोटिवेशनल सेमिनार्स में भी शामिल होते हैं और युवाओं को प्रेरित करते हैं।
सिनेमा का चमकता सितारा
अनुपम खेर का जन्मदिन उनके प्रशंसकों और सिनेमा प्रेमियों के लिए एक विशेष अवसर है, जब वे उनके योगदान का जश्न मना सकते हैं। उनका जीवन संघर्ष, प्रतिभा और समर्पण की मिसाल है। अभिनय के प्रति उनकी निष्ठा और मेहनत उन्हें हमेशा भारतीय सिनेमा के बेहतरीन कलाकारों में शुमार रखेगी।