दिल्ली के रोहिणी में 70 साल के बुजुर्ग से 10 करोड़ रुपये से अधिक की साइबर ठगी हुई। आरोपी ने बुजुर्ग को डिजिटल अरेस्ट का झांसा देकर उनकी सारी जीवनभर की जमा पूंजी एक ही झटके में अपने खातों में ट्रांसफर करवा ली।
Delhi Digital Arrest Case: दिल्ली के रोहिणी इलाके में 70 साल के रिटायर्ड इंजीनियर से साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट का झांसा देकर 10 करोड़ 30 लाख रुपये उनके अकाउंट्स से ट्रांसफर करवा लिए। बुजुर्ग की शिकायत पर दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और 60 लाख रुपये की रकम को बैंक में फ्रीज कर दिया है, ताकि ठगों के खाते से रकम का इस्तेमाल रोका जा सके।
रोहिणी में रिटायर्ड इंजीनियर से ठगी का मामला
दिल्ली के रोहिणी इलाके में एक 70 वर्षीय रिटायर्ड इंजीनियर से साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट के जरिए 10 करोड़ 30 लाख रुपये की ठगी की। बुजुर्ग ने पुलिस को शिकायत में बताया कि उन्हें अचानक एक कॉल आई, जिसमें ठग ने कहा कि उनका पार्सल आया है। कॉल करने वाले ने बुजुर्ग का नाम पूछा और कई निजी जानकारी भी मांगी।
ठगों ने बुजुर्ग को धमकाया
आरोप है कि ठगों ने बुजुर्ग को धमकाते हुए कहा कि उनके नाम पर ताइवान से प्रतिबंधित दवाइयों से भरा पार्सल आया है, जिसके कारण उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। इस डर से बुजुर्ग घबराए और ठगों के निर्देशों का पालन किया।
डिजिटल अरेस्ट का झांसा देकर पैसे ट्रांसफर कराए
ठगों ने बुजुर्ग को कहा कि गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्हें खुद को कमरे में बंद कर मोबाइल और लैपटॉप का कैमरा चालू रखना होगा। इस दौरान एक ठग ने पुलिस अधिकारी बनकर उनकी मदद करने का दावा किया और खातों की जानकारी मांगी। घबराए बुजुर्ग ने 1.30 करोड़ रुपये ठगों के खातों में ट्रांसफर कर दिए।
पुलिस से शिकायत के बाद मामला दर्ज
रकम ट्रांसफर होने के बाद ठगों ने कॉल काट दी, जिससे बुजुर्ग को ठगी का अहसास हुआ। इसके बाद उन्होंने साइबर पुलिस से शिकायत की और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने 60 लाख रुपये की रकम को फ्रीज कर दिया है, जबकि बाकी राशि का पता लगाया जा रहा है।