अजमेर के रामसर में किराए के 10 ट्रेलर बेचे जाने की खबर सामने आई है। संदिग्ध ने ग्रामीणों को यह दावा किया कि उन्हें हिंदुस्तान जिंक में स्थापित किया जाएगा, लेकिन उन्हें राजकोट में बेच दिया। नसीराबाद सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। सरफुद्दीन खान ने बताया कि रामसर गांव से 10 वाहन ईश्वर सिंह को हिंदुस्तान जिंक चंदेरिया में 12 माह तक उपयोग के लिए दिए गए थे। ईश्वर सिंह ने दावा किया कि उन्होंने गडरियो के मोहल्ला सुवानिया से किशनलाल गदरी को इसी उद्देश्य के लिए एक वाहन दिया था।
7 जून को पता चला कि ईश्वर सिंह और किशनलाल ने हमारी अनुमति के बिना हमारी गाडिय़ां ले जाकर कबाड़ में बेचकर धोखाधड़ी की है। किशनलाल से वाहनों के बारे में पूछताछ की गई और दावा किया कि वे राजकोट में बेचे गए थे। हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि आगे की पूछताछ से नुकसान होगा। मामले की सूचना पुलिस को दी गई और एएसआई बछराज सिंह को जांच का जिम्मा सौंपा गया।