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Abu Azmi: औरंगजेब की प्रशंसा पर सियासी बवाल; अबु आजमी की मुश्किलें बढ़ीं, देवेंद्र फडणवीस ने दी जेल भेजने की चेतावनी

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महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक अबु आजमी एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गए हैं। औरंगजेब की प्रशंसा करने वाले बयान को लेकर विधानसभा में भारी हंगामा हुआ, जिसके बाद उन्हें सत्र के अंत तक निलंबित कर दिया गया। 

मुंबई: महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक अबु आजमी एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गए हैं। औरंगजेब की प्रशंसा करने वाले बयान को लेकर विधानसभा में भारी हंगामा हुआ, जिसके बाद उन्हें सत्र के अंत तक निलंबित कर दिया गया। अब राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधान परिषद में बड़ा बयान देते हुए कहा कि अबु आजमी को "शत-प्रतिशत जेल भेजा जाएगा।"

बुधवार को विधान परिषद में विपक्ष के नेता और उद्धव ठाकरे गुट के नेता अंबादास दानवे ने सरकार से सवाल किया कि अबु आजमी के खिलाफ अब तक कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की गई? इस पर फडणवीस ने स्पष्ट किया कि अबु आजमी को उनके बयानों के लिए निश्चित रूप से जेल भेजा जाएगा। सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी इस मुद्दे पर आक्रोश जताते हुए कहा कि औरंगजेब की प्रशंसा करना मराठा इतिहास और छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान हैं। 

शिवसेना का कड़ा रुख

विधान परिषद में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अबु आजमी के खिलाफ और सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि किसी को भी राष्ट्रीय नायकों के खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं करनी चाहिए। उन्होंने सरकार से अपील की कि अबु आजमी को विधानसभा से स्थायी रूप से निलंबित किया जाए। इस विवाद के बीच अबु आजमी ने अपने कार्यालय से एक वीडियो जारी कर अपनी सफाई पेश की। 

उन्होंने कहा, "मैंने कोई गलत बयान नहीं दिया, लेकिन सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चल सके, इसलिए मैंने अपनी टिप्पणी वापस ले ली। फिर भी मुझे निलंबित कर दिया गया।" हालांकि, सत्ता पक्ष उनके इस स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं दिखा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग जारी रही।

क्या कहा था अबु आजमी ने?

अबु आजमी ने अपने बयान में कहा था कि "औरंगजेब के शासनकाल में भारत की सीमाएं अफगानिस्तान और बर्मा तक फैली थीं। उस समय भारत की जीडीपी वैश्विक जीडीपी का 24% थी और इसे सोने की चिड़िया कहा जाता था।" जब उनसे औरंगजेब और छत्रपति संभाजी महाराज के संघर्ष के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इसे "राजनीतिक लड़ाई" बताया।

अबु आजमी की टिप्पणी के बाद महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई। भाजपा और शिवसेना (शिंदे गुट) ने इसे मराठा गौरव का अपमान बताया और उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। दूसरी ओर, विपक्षी दलों ने भाजपा पर इस मुद्दे को राजनीतिक रूप से भुनाने का आरोप लगाया।फडणवीस के बयान से साफ है कि महाराष्ट्र सरकार अबु आजमी के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने के मूड में हैं।  

हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सरकार उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करती है या यह मामला सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी तक ही सीमित रहता हैं। 

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