चुनाव आयोग ने विभिन्न त्योहारों के कारण केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश के विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव की तारीख को पुनर्निर्धारित किया है। यह निर्णय कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय तथा राज्य स्तर के दलों के अनुरोध पर लिया गया हैं।
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश, पंजाब और केरल में उपचुनावों की तारीख को बदलकर अब 20 नवंबर कर दिया गया है। पहले ये चुनाव 13 नवंबर को होने वाले थे। यह निर्णय विभिन्न त्योहारों के कारण लिया गया है, जिससे मतदान में किसी प्रकार की बाधा न आए। चुनाव आयोग ने इन तीन राज्यों के विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव की तारीखों में यह बदलाव किया है, ताकि अधिक से अधिक मतदाता अपनी आवाज़ उठा सकें।
चुनाव की तारीख में किया बदलाव
चुनाव आयोग ने कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय तथा राज्य स्तरीय दलों के अनुरोध पर उपचुनाव की तारीख को 20 नवंबर करने का निर्णय लिया है। यह बदलाव केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश के विधानसभा क्षेत्रों में हुआ है, ताकि त्योहारों के चलते मतदान में किसी प्रकार की बाधा न आए। इसके अलावा, देशभर में होने वाले उपचुनाव के नतीजे 23 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे, जो कि झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के साथ मिलकर आएंगे। झारखंड में मतदान 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में होगा, जबकि महाराष्ट्र में एक ही चरण में 20 नवंबर को वोटिंग होगी।
क्यों लिया गया चुनाव तारीख बदलने का फैसला?
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों के साथ ही उपचुनावों की तारीखों का भी ऐलान किया था। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक चरण में चुनाव होंगे, और वोटों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी। वहीं, झारखंड में दो चरणों में मतदान होगा, जिसमें 13 और 20 नवंबर को वोटिंग होगी, और नतीजे 23 नवंबर को घोषित होंगे।
केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में जिन विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होना था, अब उनकी तारीखें बदलकर 20 नवंबर कर दी गई हैं। इसके अलावा, अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव रोक दिया गया है, जिसका कारण एक चुनाव याचिका है। पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा ने 2022 विधानसभा चुनाव में हारने के बाद सपा उम्मीदवार अवधेश प्रसाद के चुनावी जीत को चुनौती दी थी, जिसके चलते इस सीट पर उपचुनाव स्थगित किया गया है।