Bangladesh Flood: बांग्लादेश में हिंसा के बाद अब कुदरत का कहर, बाढ़ की चपेट में आने से 50 लाख लोग प्रभावित, अबतक 20 लोगों ने गंवाई जान

Bangladesh Flood: बांग्लादेश में हिंसा के बाद अब कुदरत का कहर, बाढ़ की चपेट में आने से 50 लाख लोग प्रभावित, अबतक 20 लोगों ने गंवाई जान
Last Updated: 26 अगस्त 2024

बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच आई बाढ़ ने देश को बुरी तरह प्रभावित किया है। बाढ़ की चपेट में आने से अब तक 20 लोगों की जान जा चुकी है और 50 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। बांग्लादेश सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने बाढ़ की स्थिति को लेकर बताया कि सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

ढाका: बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल के बाद देश एक गंभीर प्राकृतिक आपदा का सामना कर रहा है। वर्तमान में बांग्लादेश बाढ़ के कारण विकट स्थिति में है, जहां अधिकांश क्षेत्रों में बाढ़ के प्रभाव से हालात बिगड़ गए हैं। यहां बाढ़ के कारण अब तक 20 लोगों की जान जा चुकी है और लगभग 50 लाख लोग इससे प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के पानी की वजह से लोगों को भोजन, स्वच्छ जल, दवा और सूखे कपड़ों की तत्काल आवश्यकता है, खासकर दूरदराज के इलाकों में, जहां सड़कें अवरुद्ध होने के कारण बचाव और राहत कार्य में बाधाएं आ रही हैं।

अधिकारियों ने रविवार को जानकारी दी कि लगातार मानसूनी बारिश और नदियों में आई बाढ़ के कारण बांग्लादेश में कम से कम 20 लोगों की जान चली गई है और 5.2 मिलियन (लगभग 50 लाख) से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के पानी ने कई लोगों को अलग-थलग कर दिया है और उन्हें भोजन, साफ पानी, दवा और सूखे कपड़ों की तत्काल आवश्यकता है। खासकर दूरदराज के क्षेत्रों में जहां अवरुद्ध सड़कों ने बचाव और राहत कार्यों में रुकावट उत्पन्न की हैं।

बाढ़ पीड़ितों की सुरक्षा में जुटा प्रशासन

सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने एक टेलीविजन संबोधन में बताया कि प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए सामान्य स्थिति में तेजी से लौटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। बता दें कि यूनुस जो नोबेल शांति पुरस्कार विजेता हैं, अंतरिम सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। यूनुस वही व्यक्ति हैं जिन्हें इस महीने छात्र नेतृत्व वाले विद्रोह के बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़कर भाग जाने के उपरांत शपथ दिलाई गई थी।

बांग्लादेश में बाढ़ के कारण हाल बेहाल

बता दें कोमिला जिले के एक गांव के 65 वर्षीय किसान अब्दुल हलीम ने बताया कि आधी रात के समय बाढ़ का पानी 10 फुट ऊंचे स्तर पर पहुंच गया, जिससे उनकी मिट्टी की झोपड़ी बह गई। उन्होंने न्यूज एजेंसी से कहा कि अब उनके पास कोई सामान नहीं है और पानी भी नहीं है। गांवों में राहत सामग्री मुश्किल से ही पहुंची है और इसे प्राप्त करने के लिए लोगों को मुख्य सड़क तक जाना पड़ता है। इस बीच बांग्लादेश में कुछ लोगों ने आरोप लगाया है कि पड़ोसी देश भारत में बांध के स्लुइस गेट खोले जाने के कारण बाढ़ आई है, जबकि नई दिल्ली ने इस आरोप को खारिज कर दिया हैं।

 

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