Basant Panchami 2025: आगामी सरस्वती पूजा को लेकर राजधानी पटना में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने इस बार पूजा के दौरान विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी अवकाश कुमार ने बैठक कर प्रशासनिक अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं। इस साल सरस्वती पूजा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था का खास ध्यान रखा जाएगा, जिसमें सीसीटीवी और ड्रोन की निगरानी शामिल है। इसके साथ ही, जिला नियंत्रण कक्ष द्वारा टोल फ्री नंबर जारी किए गए हैं ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तत्काल सूचना मिल सके।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम, सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी
प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने के साथ ही पूजा के दौरान किसी भी तरह की अफवाहों को रोकने के लिए भी विशेष निर्देश दिए हैं। अब प्रशासन की ओर से सीसीटीवी कैमरा और ड्रोन से पूजा के आयोजनों की पूरी निगरानी रखी जाएगी। जिलाधिकारी और एसएसपी ने संबंधित अधिकारियों से कहा है कि वे इस दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए हरसंभव उपाय करें। साथ ही, जिला नियंत्रण कक्ष द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है ताकि कोई भी नागरिक आसानी से संदिग्ध सूचना दे सके।
अफवाहों पर कड़ी कार्रवाई और शांति समिति की बैठकें
डीएम और एसएसपी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि शांति समिति की बैठक समय पर आयोजित करें और किसी भी अफवाह का तुरंत खंडन करें। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाएगी। इस बैठक में कहा गया कि प्रशासन को हर स्थिति पर नजर रखनी होगी ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो। शांति समिति के जरिए स्थानीय स्तर पर सक्रिय युवाओं को शामिल कर, समुदाय में शांति बनाए रखने के प्रयास किए जाएंगे।
आपात स्थिति के लिए विशेष टीमों की तैनाती
अधिकारियों ने यह भी बताया कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए क्विक रिस्पांस टीम और क्विक मेडिकल रिस्पांस टीम तैनात की जाएंगी। इन टीमों का काम यह होगा कि वे किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति में त्वरित कार्रवाई करें। इसके साथ ही, पुलिस अधिकारियों को हर समय सतर्क रहने और मद्य निषेध अधिनियम का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया गया हैं।
संवेदनशील स्थानों पर विशेष ध्यान और होटल-लॉज की जांच
डीएम और एसएसपी ने यह भी सुनिश्चित किया कि संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाए और वहां फ्लैग मार्च किया जाए। इसके साथ ही, होटल, लॉज और हॉस्टल्स की नियमित जांच की जाएगी। पुलिस अधिकारियों को संदेहास्पद गतिविधियों पर लगातार नजर रखने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अतिरिक्त, बिना अनुज्ञप्ति के किसी भी प्रतिमा या पंडाल की स्थापना और विसर्जन जुलूसों पर प्रतिबंध रहेगा। यह जिम्मेदारी संबंधित थानेदार की होगी।
जुलूस के मार्ग में परिवर्तन नहीं होगा
इस साल सरस्वती पूजा के जुलूस के निर्धारित मार्ग में किसी भी प्रकार के परिवर्तन की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके लिए एसडीओ और एसडीपीओ जिम्मेदार होंगे। इसके साथ ही, कृत्रिम तालाब घाटों पर भी दंडाधिकारी और पुलिस अधिकारियों की तैनाती की जाएगी ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
शोर-शराबे पर कड़े नियम
पूजा के दौरान शोर-शराबे को नियंत्रित करने के लिए कई नियम लागू किए गए हैं। लाउडस्पीकर की आवाज को सुबह छह बजे से दस बजे तक निर्धारित डेसिबल तक सीमित रखा जाएगा। वहीं, किसी भी प्रकार के आपत्तिजनक स्लोगन, कॉर्टून और आतिशबाजी पर पूरी तरह से प्रतिबंध होगा। साथ ही, DJ पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
आपात नंबर और हेल्पलाइन पर शिकायतें दर्ज करें
प्रशासन ने इस बार नागरिकों को सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। यदि किसी को भी संदेहास्पद गतिविधियों या असामान्य घटनाओं की जानकारी मिले, तो वे तुरंत जिला नियंत्रण कक्ष (दूरभाष संख्या 0612-2219234/2219810) या आपात नंबर 112 पर सूचित कर सकते हैं। यह कदम नागरिकों को सुरक्षा की भावना देने के लिए उठाए गए हैं।
3 फरवरी को मनाई जाएगी सरस्वती पूजा
विद्या और बुद्धि की देवी, माता सरस्वती का पूजन माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को किया जाता है। इस बार रेवती नक्षत्र और सोद्ध योग के सुयोग में 3 फरवरी 2025 को बसंत पंचमी मनाई जाएगी। यह दिन छात्रों, शिक्षकों और संस्कृत प्रेमियों के लिए विशेष महत्व रखता हैं।
सरस्वती पूजा के दौरान पटना प्रशासन ने सुरक्षा के लिए जो कदम उठाए हैं, वह सुनिश्चित करते हैं कि पूजा का पर्व शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाया जाए। सभी नागरिकों से अपील की जाती है कि वे प्रशासन द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करें और शांति बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें।