बिहार के भागलपुर जिले के हबीबपुर थानाक्षेत्र में मंगलवार को हुए बम धमाके में 7 बच्चे घायल हो गए हैं। इनमें से दो बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जबकि पांच बच्चे मामूली रूप से घायल हुए हैं। घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय लोगों से पूछताछ की।
Bhagalpur: बिहार के भागलपुर के हबीबपुर थानाक्षेत्र के खिलाफत नगर में मंगलवार की सुबह 11:26 बजे हुए बम विस्फोट में सात बच्चे घायल हो गए। यह विस्फोट उस समय हुआ जब बच्चे मोहल्ले में खेल रहे थे और एक गेंदनुमा वस्तु उनके हाथ लग गई। यह वस्तु पास के कूड़े के ढेर में मिली थी। मुहम्मद इरशाद के बेटे मुहम्मद मन्ना ने उसे गेंद समझकर नीचे फेंक दिया, जिससे जोरदार धमाका हो गया।
दो की स्थिति गंभीर
इस तेज धमाके के दौरान, गोलू के अलावा उसके भाई मुहम्मद आरिफ, मुहम्मद शाहीन, मुहम्मद छोटी, मुहम्मद राजा और समर भी घायल हो गए। चिकित्सकों के अनुसार, मन्ना और गोलू की हालत बेहद नाजुक है। बचे हुए पांच बच्चों को गले, पेट और हाथ में बम के स्पिलंटर लगने से हल्की चोटें आई हैं। अचानक तेज धमाके की आवाज सुनकर मोहल्ले के लोग दौड़कर वहां पहुंचे और देखा कि बच्चे खून से लथपथ जमीन पर पड़े कराह रहे थे।
उन्हें जल्दी-जल्दी पहले लोकनायक सदर अस्पताल और फिर जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है। धमाके की सूचना मोहल्ले के निवासियों ने हबीबपुर थाने को दी। पुलिस की एक टीम भी मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई।
सुतली बम की हुई पुष्टि
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि धमाका सुतली बम के कारण हुआ था। विस्फोटक सामग्री का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक जांच टीम को भी भेजा गया है, जिसने घटनास्थल से आवश्यक नमूने एकत्र कर लिए हैं। लैब में जांच के बाद यह स्पष्ट होगा कि विस्फोटक की प्रकृति क्या थी। घटना की सूचना मिलने पर एसएसपी आनंद कुमार, सिटी एसपी रामदास और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का निरीक्षण किया। उन्होंने स्थानीय निवासियों से भी कुछ महत्वपूर्ण सवाल पूछे।
बम धमाके की होगी जांच
कुछ लोगों ने खिलाफत नगर में अपराधियों और स्मैक-ब्राउन शुगर के व्यापारियों की बढ़ती सक्रियता की ओर इशारा करते हुए बताया कि उन्होंने बम छिपाकर रखने की जानकारी प्राप्त की है। एसएसपी आनंद कुमार ने स्पष्ट किया कि धमाके की जांच के लिए सिटी एसपी रामदास के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।
यह एसआईटी यह पता लगाएगी कि धमाका कैसे और क्यों हुआ, किसने बम छिपाकर रखा था, और किन अपराधियों का इसमें हाथ था।
एसएसपी ने कहा कि बहुत जल्द इस मामले में परिणाम सामने आएंगे। घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद पुलिस अधिकारियों की एक टीम जवाहर लाल नेहरू अस्पताल गई और घायल बच्चों की स्थिति का जायजा लिया। घटना के संबंध में हबीबपुर थाने में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
अचानक से हुआ तेज धमाका हुआ
खिलाफत नगर की निवासी बीबी मरियम ने बताया कि वह अपने कमरे में थीं, तभी एक जोरदार धमाका हुआ। धमाका इतना तेज था कि ऐसा लगा जैसे धरती हिल गई हो। जैसे ही उन्हें धमाके की आवाज सुनाई दी, उन्होंने तुरंत दौड़कर अपने बच्चे समर का हाल जानने के लिए घर से बाहर निकलीं।
उनके बच्चे समर के गले में बम के छींटे लग गए हैं, जिससे उसे हल्की चोट आई है। बीबी मरियम ने कहा कि वह नहीं जानतीं कि बम कैसे फटा, क्योंकि वह तो घर के अंदर थीं। धमाका होते ही उनके मन में अपने बच्चे की चिंता जाग उठी और वह दौड़कर बाहर निकलीं।