भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त नवीन चावला का निधन, 79 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस

भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त नवीन चावला का निधन, 79 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस
अंतिम अपडेट: 7 घंटा पहले

पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त नवीन चावला का 79 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे। उनके कार्यकाल में 2009 के लोकसभा चुनाव संपन्न हुए और कई सुधार लागू हुए।

Naveen Chawla: भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) नवीन चावला का 79 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन पर चुनाव आयोग (ECI) ने गहरा शोक व्यक्त किया। चावला ने अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण चुनावी सुधारों को लागू किया था।

चुनाव आयोग ने जताया शोक

भारत के चुनाव आयोग ने नवीन चावला के निधन पर एक आधिकारिक विज्ञप्ति जारी की। विज्ञप्ति में कहा गया कि चावला भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के AGMUT कैडर के 1969 बैच के एक प्रतिभाशाली अधिकारी थे। वे 16 मई 2005 से 20 अप्रैल 2009 तक चुनाव आयुक्त और 21 अप्रैल 2009 से 29 जुलाई 2010 तक भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त रहे। उन्होंने एन. गोपालस्वामी का स्थान लिया था और 2009 के लोकसभा चुनावों की सफलतापूर्वक निगरानी की थी।

तीसरे लिंग को "अन्य" श्रेणी में देने का फैसला

नवीन चावला के कार्यकाल में कई चुनावी सुधार लागू किए गए। इनमें सबसे महत्वपूर्ण सुधारों में से एक था – तीसरे लिंग (थर्ड जेंडर) को "अन्य" श्रेणी में मतदान का अधिकार देना। इससे पहले, ट्रांसजेंडर मतदाताओं को पुरुष या महिला के रूप में पंजीकृत होना पड़ता था। चुनाव आयोग के इस फैसले ने तीसरे लिंग के लोगों को अपनी पहचान के साथ मतदान करने का अधिकार दिया।

संवैधानिक सुधारों की वकालत

चावला ने चुनाव आयोग में संवैधानिक सुधारों की भी वकालत की। उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) और चुनाव आयुक्तों (ECs) को हटाने की प्रक्रिया को स्पष्ट करने की दिशा में प्रयास किए। उनके नेतृत्व में 2009 के आम चुनावों और सात राज्यों के विधानसभा चुनावों को सफलतापूर्वक संपन्न कराया गया था।

मदर टेरेसा से गहरा जुड़ाव

अपने व्यक्तिगत जीवन में नवीन चावला मदर टेरेसा से गहराई से प्रेरित थे। उन्होंने मदर टेरेसा के जीवन और कार्यों पर एक आधिकारिक जीवनी भी लिखी थी। उनके सामाजिक कार्यों और चुनावी सुधारों की चुनाव आयोग ने सराहना करते हुए कहा कि "चुनावी प्रक्रिया के प्रति उनका नेतृत्व और प्रतिबद्धता हमें प्रेरित करता रहेगा।"

नवीन चावला का योगदान भारतीय लोकतंत्र और चुनावी प्रणाली में हमेशा याद रखा जाएगा। उनके द्वारा किए गए सुधारों ने भारतीय चुनाव प्रणाली को और अधिक समावेशी और पारदर्शी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

Leave a comment