सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए एक सुनहरा मौका है. बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने शिक्षा विभाग और अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के अंतर्गत उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के 6,062 पद और प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षकों के 40 हजार 246 पदों पर भर्ती निकाली है. आवेदन प्रक्रिया 11 मार्च से आनलाइन होगी।
Subkuz.com ने बताया कि बिहार लोक सेवा आयोग की वेबसाइट https://www.bpsc.bih.nic.in पर दोनों श्रेणी की भर्ती से संबंधित सारी प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी अपलोड कर दी गई है. BPSC के सचिव रवि कुमार भूषण ने बताया कि भर्ती के लिए 11 मार्च से दो अप्रैल तक आनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। बताया कि दोनों श्रेणी में महिलाओं के विशेष तौर पर 35 प्रतिशत सीटें आरक्षित हैं।
दक्षता परीक्षा पास ही कर पाएंगे आवेदन
जानकारी के अनुसार आयोग द्वारा जारी अधिसूचना (Notification) के अनुसार 2012 या उसके बाद भर्ती हुए शिक्षकों को आवेदन के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (Teacher Eligibility Test - TET) उत्तीर्ण होना आवश्यक है और 2012 से पहले नियुक्त शिक्षकों के लिए भी दक्षता परीक्षा में उत्तीर्णता आवश्यक होगी। सीबीएसई, आइसीएसई (Indian School Certificate Examinations) तथा बिहार बोर्ड से संबद्ध विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के लिए दक्षता परीक्षा या पात्रता परीक्षा संबंधी प्रविधान लागू नहीं होगा।
बताया कि भर्ती में आवेदन के लिए राज्य सरकार के सरकारी विद्यालय में माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम 8 वर्ष की सेवा का अनुभव, सीबीएसई (Central Board of Secondary Education), आइसीएसई और बिहार बोर्ड से स्थायी मान्यता प्राप्त विद्यालयों में माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम 12-13 साल अनुभव और उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम 10-11 वर्ष की लगातार सेवा का अनुभव अनिवार्य है. भर्ती के लिए आयु की गणना एक अगस्त, 2023 के अनुसार होगी। सामान्य श्रेणी के लिए न्यूनतम 31 और अधिकतम 47 वर्ष है जबकि अन्य वर्गों के अभ्यर्थियों के लिए उम्र में छूट का प्रविधान हैं।
पेपर में निगेटिव मार्किंग नहीं होगी
BPSC सचिव रवि कुमार भूषण ने बताया कि प्रधानाध्यापक के पदों पर नियुक्ति के लिए मेधा सूची लिखित परीक्षा के में प्राप्त अंको के आधार पर होगी। बताया कि लिखित परीक्षा में वस्तुनिष्ठ और बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। प्रत्येक प्रश्न एक-एक अंक का होगा और गलत जवाब के लिए अंक नहीं काटे जाएंगे। लिखित परीक्षा के लिए पुनर्मूल्यांकन की व्यवस्था नहीं हैं।
बताया कि प्रश्न पत्र में दो भाग होंगे पहला भाग 100 और दूसरा भाग 50 अंकों का होगा। सभी 150 प्रश्नों के जवाब देने के लिए 2:30 घंटे का समय अभ्यर्थियों को दिया जाएगा। पेपर में प्रश्न सामान्य अध्ययन और बीएड से संबंधित होंगे। प्रधानाध्यापक के लिए परीक्षा में बीएड पाठ्यक्रम से संबंधित प्रश्न होंगे।