डॉक्टर मसूद ने अचानक दिया अपना इस्तीफा, 17 साल से दे रहे थे अपनी सेवा

डॉक्टर मसूद ने अचानक दिया अपना इस्तीफा, 17 साल से दे रहे थे अपनी सेवा
Last Updated: 23 जून 2023

लोहिया संस्थान से डॉक्टरों के इस्तीफा देकर जाने का सिलसिला काफी समय से लगातार चल रहा हैं और इसी कड़ी में लोहिया संस्थान के सर्जिकल गेस्ट्रोइंट्रो सर्जरी विभाग के डॉ. शकील मसूद ने संस्थान छोड़ दिया है। संस्थान प्रशासन की ओर से बताया गया कि डॉ. मसूद ने 15 जून को अपना इस्तीफा संस्थान को सौंपा था। एक साल के भीतर ही लोहिया संस्थान छोड़कर जाने वाले यह तीसरे डॉक्टर है। डॉक्टरों के जाने से मरीजों का इलाज लगातार प्रभावित हो रहा है। मरीजों को ओपीडी से लेकर ऑपरेशन की तारीखो पर तारीखे दी जा रही हैं लेकिन इलाज किसी का भी नहीं हो पा रहा है।

 

1 साल के भीतर तीसरे डॉक्टर ने छोड़ा संस्थान

 

SGPGI और KGMU की तरह लोहिया के डॉक्टरों को संस्थान सही नहीं लग रहा हैं, जिसके कारण जो भी नए डॉक्टर यहाँ आते हैं वह ज्यादा समय तक अस्पताल में नहीं टिक पाते है। यही वजह हैं कि केवल एक साल के भीतर गेस्ट्रो मेडिसिन से डॉ. प्रशांत और इंडोक्राइन सर्जरी की डॉ. रोमा प्रधान संस्थान को अपना इस्तीफा देकर जा चुके है। इसके अलावा तीन विभाग रीप्रोडक्टिव मेडिसिन, रेस्पेरेट्री मेडिसिन और क्रिटिकल केयर डिपार्टमेंट में भी कोई स्थायी डॉक्टर नहीं हैं , यहाँ पर भी संस्थान ने सविंदा पर लगे स्टाफ को रखा हुआ है।


लोहिया संस्थान में आरक्षण के मामले के चक्कर में डॉक्टरों की भर्ती पर लम्बे समय से रोक लगी हुई है। ऐसे में संस्थान संविदा डॉक्टरों से काम चला रहा हैं, हालांकि ऐसा नहीं हैं की सविंदा पर लगे डॉक्टरों को नॉलेज नहीं हैं लेकिन वो परमानेंट डॉक्टरों के जितने अनुभवी नहीं है। इन विभागों में संविदा पर तैनात डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे है। डॉ. मसूद वर्ष 2006 से ही लोहिया संस्थान की स्थापना से ही कार्यरत थे। वह 17 वर्ष से संस्थान को अपनी सेवायें दे रहे थे और मरीजों का भी एक अलग रिलेशन डॉक्टर मसूद के साथ बन गया था और उनके अचानक इस्तीफा देकर जाने से हर कोई हैरान है।

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