गुजरात के डांग में बस हादसा हुआ, जिसमें 48 तीर्थयात्रियों में से 5 की मौत हो गई और 17 घायल हो गए। हादसा सापुतारा हिल स्टेशन के पास हुआ, प्रशासन जांच कर रहा है।
Gujarat Bus Accident: गुजरात के डांग जिले में रविवार (2 फरवरी) को एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। त्र्यंबकेश्वर (महाराष्ट्र) से 48 तीर्थयात्रियों को लेकर द्वारका (गुजरात) जा रही बस सपुतारा हिल स्टेशन के पास 30 फीट गहरी खाई में गिर गई। हादसे में मध्य प्रदेश के 5 लोगों की मौत हो गई और 17 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर घायल यात्रियों को एंबुलेंस से अस्पताल में भर्ती कराया। डांग के अस्पताल में घायल यात्रियों का इलाज जारी है।
घटना का कारण ड्राइवर की लापरवाही
बस ड्राइवर ने सापुतारा हिल स्टेशन के पास नियंत्रण खो दिया, जिसके कारण बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। पुलिस और आपातकालीन सेवाओं ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया। डॉक्टरों की टीम ने गुना, शिवपुरी और अशोकनगर के 5 मृतकों की पहचान की, जबकि 17 अन्य घायलों का इलाज जारी है।
तीर्थयात्रियों का दल 23 दिसंबर को निकला
यह श्रद्धालुओं का दल 23 दिसंबर को 4 बसों में सवार होकर धार्मिक यात्रा पर निकला था। इन बसों में मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों जैसे शिवपुरी, गुना और अशोकनगर के लोग शामिल थे, जो उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के विभिन्न तीर्थ स्थलों की यात्रा कर रहे थे।
सपुतारा हिल स्टेशन पर दुर्घटनाओं का इतिहास
सपुतारा हिल स्टेशन एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, लेकिन यहां की संकरी और घुमावदार सड़कों के कारण कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। स्थानीय प्रशासन और ट्रैफिक विभाग ने सुरक्षा दिशा-निर्देश जारी किए हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि रात या तड़के इन सड़कों पर वाहन चलाना ज्यादा जोखिम भरा होता है।
प्रशासन ने दी जांच के आदेश
इस हादसे के बाद प्रशासन ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी हादसे के कारणों का पता लगा रहे हैं। सरकार ने मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया है और घायलों के इलाज का पूरा खर्च उठाने का वादा किया है।
मंत्री राकेश शुक्ला ने जताया शोक
मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री राकेश शुक्ला ने इस हादसे पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इस हादसे में मृतक श्रद्धालुओं की मौत की खबर अत्यंत पीड़ादायक है। उन्होंने दंदरौआ धाम सरकार से मृतकों को अपनी चरणों में स्थान देने की कामना की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की है।