गुरुग्राम: 5वीं पास युवक ने बनाई वेबसाइट, शराब होम डिलीवरी के नाम पर 500 लोगों को ठगा
गुरुग्राम में पांचवीं पास युवक ने शराब होम डिलीवरी ले लिए फर्जी वेबसाइट बनवाई है. साइबर पुलिस ने जांच करते हुए मुख्य आरोपित हारून (29 वर्ष) को 25 जनवरी को राजस्थान के भरतपुर जिला से पकड़ा था। हारून सीकर का निवासी है. हारून ने पूछताछ में बताया कि दो साल पहले पांच हजार रुपये में फ्रीलांसर से फर्जी वेबसाइट बनवाई थी। हारून ने देशभर में 2000 से अधिक लोगों को ठगी का शिकार बनाया हैं।
Subkuz.com की मीडिया को प्राप्त जानकारी के अनुसार ठग ने अक्टूबर महीने में एक एडवोकेट को अपनी ठगी का शिकार बनाया था. जानकारी के अनुसार एडवोकेट धीरेन्द्र सिंह ने अक्टूबर 2023 में सोशल मीडिया पर शराब का विज्ञापन देखकर होम डिलीवरी के लिए 19 सौ रूपये का ऑनलाइन पेमेंट किया था. साइबर पुलिस ने शिकायत पर आरोपी हारून को गिरफ्तार कर लिया।
धोखाधड़ी का एहसास होने पर कराई शिकायत
जानकारी के अनुसार एडवोकेट धीरेन्द्र सिंह ने शराब का ऑर्डर किया लेकिन काफी समय बाद भी उनके घर शराब डिलीवर नहीं हुई. उसके बाद उन्होंने एजेंट को संपर्क किया और बताया कि अभी तक उनके घर पर शराब नहीं पहुंची। इस बात पर एजेंट ने बताया गया कि डिलीवरी ब्वॉय का एक्सीडेंट हो गया हैं।
एजेंट की बात सुनकर धीरज को धोखाधड़ी का एहसास हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। बताया कि धीरेंद्र सिंह के अलावा अन्य लोग भी इस तरह की ठगी के शिकार हुए है. शिकायत के बाद पुलिस ने लोकेशन और कॉल ट्रेस के माध्यम से हारून को गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ के दौरान उसने बताया कि 1500 से ज्यादा लोगों के साथ शराब डिलीवरी के नाम पर धोखाधड़ी की और करोड़ों रुपये ठग लिए हैं।
अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कराए पैसे
पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान हारून ने बताया कि दो साल पहले पांच हजार रुपये में फ्रीलांसर से फर्जी वेबसाइट बनवाई थी। उस वेबसाइट के माध्यम से ही हजारो लोगों के साथ ठगी की। आरोपी ने बताया कि ठगी गई राशि ट्रांसफर करवाने के लिए भरतपुर के कई साथी से बैंक खाते लेता था. तथा ठगी गई राशि का आधा हिस्सा अपने साथी (बैंक खाता धारक) को भी देता था।
पूछताछ के बाद साइबर पुलिस ने आरोपी वंश को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने वंश और हारून से मोबाइल और सिम बरामद कर इंडियन साइबर क्राइम कोर्डिनेट सेंटर से सिम का डेटा निकलवाया। सिम में मिले डेटा से यह बात सामने आई कि दोनों आरोपितों ने देशभर के हजारों लोगों से ऑनलाइन शराब की होम डिलीवरी समेत अन्य माध्यमों से धोखाधड़ी की। तथा छह करोड़ से अधिक रुपये ठग लिए।
इस मामले में अन्य गिरोह भी शामिल
पुलिस ने बताया कि ऑनलाइन शराब की होम डिलीवरी के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. लेकिन इन लोगों का बहुत बड़ा गिरोह है, जो शराब की होम डिलीवरी के नाम पर लोगों को शिकार बन रहे है. साइबर पुलिस को ठगों से पूछताछ के दौरान प्राप्त जानकारी के अनुसार ठग पांच हजार रुपये देकर फर्जी वेबसाइट बनवा लेते है और लोगों को ठगते है. इन लोगों पहचान करना भी मुश्किल होता हैं।