मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार (१६ अप्रेल) को एक सभा के दौरान कहां कि 'इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना' के तहत सभी महिलाओं को हर महीने राज्य सरकार 1500-1500 रुपये देगी। कांग्रेस ने यह वादा विधानसभा चुनाव के दौरान किया था। इसी को ध्यान में रखते हुए अब खाते अप्रैल और मई की किस्त एक साथ डाली जाएगी।
शिमला: हिमाचल के मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी ने वादा किया था की 'इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना' के अंतर्गत प्रदेश की हर महिला को प्रत्येक महीने 1500 रुपये दिए जाएंगे। उस वादे को पूरा करते हुए पार्टी ने प्रदेश की महिलाओं को अप्रैल महीने से दिए जाएंगे। यदि अप्रेल महीने में इसकी अनुमति नहीं प्रदान की गई तो जून के महीने में दो माह की किस्त के तीन हजार रुपये एक साथ उनके खाते में जमा कर दिए जाएंगे।
महिलाएं को फॉर्म भरकर कार्यालय में जमा करवाना होगा - CM सुक्खू
पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में Subkuz.com के पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहां कि भारतीय जनता पार्टी के नेता कांग्रेस से पूछते थे कि महिलाओं के लिए घोषित योजना की गारंटी को कब पूरा किया जाएगा। फॉर्म भरवाने की प्रक्रिया जो आचार सहिंता से पहले शुरू की गई थी, उसकी शिकायत करने के लिए भाजपा नेता चुनाव विभाग के पास पहुंच गए।
बताया कि लाहुल स्पीति में इस योजना के तहत महिलाओं को फरवरी माह से ही मूल राशि मिलना शुरू हो चुकी है। और अन्य जिलों में अप्रैल महीने से शुरू करने की स्वीकृति मंत्रिमंडल ने दी है। उन्होंने कहां कि महिलाएं फार्म भरकर कार्यालय में जाकर जमा करवाएं। यदि कोई कर्मचारी और अधिकारी फार्म जमा करने से इनकार करता है तो कांग्रेस विधायकों के पास जाकर सभी फॉर्म जमा करवा सकते हैं। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहां कि जब पीएम किसान निधि योजना की किस्त जारी हो सकती है तो महिलाओं को लागु योजना को जारी क्यों नहीं किया जा सकता हैं।
सुक्खू ने भाजपा पर कसा तंज
मुख्यमंत्री ने मीडिया के सामने कहां कि विपक्ष नेता जयराम कुमार ठाकुर प्रचार के दौरान बोल रहे हैं कि चार जून को प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी। उन्हें लोकसभा उम्मीदवार कंगना रनौत से रैली के दौरान कहलवाना पड़ रहा है कि हिमाचल में जयराम मुख्यमंत्री बनेंगे। सीएम सुक्खू ने विपक्ष पर ताना मारते हुए कहां कि जयराम ठाकुर को दिन में सपने देखने की बीमारी लग चुकी है, जिसका इलाज अभी तक विज्ञानी ढूंढ नहीं पाए हैं। भारतीय जनता पार्टी के पास चुनाव जीतने के लिए कोई मुख्य मुद्दा नहीं है, इसलिए वह इधर-उधर की बातों से जनता को गुमराह करने में लगी हुई हैं। कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह और विनोद कुमार सुल्तानपुरी पढ़े लिखे और जनता की भावना को समझने वाले है इसलिए वे मुख्य मुद्दों को लेकर बात कर रहे हैं।
बिकाऊ नहीं जनता के सेवक - सुक्खू
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहां कि एक जून को मतदान के दिन प्रदेश की जनता बिकने वाले और खरीदने वालों दोनों को ही सबक सिखाएगी। जो कुछ रुपयों के लिए बिक जाए, वह जनता का सेवक कभी नहीं बन सकता। उन्होंने कहां जब कांग्रेस सरकार सत्ता में आई थी तो प्रदेश का खजाना खाली था लेकिन फिर भी विकास कार्यों में कभी भी कमी नहीं आई और निरंतर चलने दिया। सरकार ने आपदा से प्रभावित होने वाले लोगों की मदद करने के लिए 4500 करोड़ रुपये का राहत पैकेज लेकर आया। लेकिन केंद्र सरकार ने हिमाचल की किसी भी प्रकार की सहायता नहीं की थी।
सभा के दौरान उपस्थित लोग
मुख्यमंत्री ने कहां कि महिलाओं को योजना का लाभ देने के लिए बागवानी मंत्री जगत कुमार सिंह नेगी के नेतृत्व में कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल राज्य निर्वाचन अधिकारी के पास जाकर फार्म भरवाने और राशि जारी करने की मांग की। इस दौरान उपमुख्यमंत्री मुकेश कुमार अग्निहोत्री, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, कृषि मंत्री चंद्र कुमार शर्मा, उद्योग मंत्री हर्ष वर्धन कुमार चौहान, बागवानी मंत्री जगत कुमार सिंह नेगी, शिक्षा मंत्री रोहित कुमार ठाकुर, पंचायती राज मंत्री अनिरूद्ध कुमार सिंह और अन्य नेता मौजूद रहे।