आर्मिस्टिस डे (Armistice Day) हर साल आज यानी 11 नवंबर को मनाया जाता है और यह दिन प्रथम विश्व युद्ध (World War I) के अंत का प्रतीक है। 11 नवंबर, 1918 को जर्मनी और मित्र राष्ट्रों के बीच एक आर्मिस्टिस (युद्धविराम) समझौता हुआ, जिसने पश्चिमी मोर्चे पर संघर्ष को समाप्त कर दिया। इस दिन का उद्देश्य युद्ध में मारे गए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करना और शांति की महत्ता को याद रखना हैं।
आर्मिस्टिस डे का इतिहास
* 11 नवंबर, 1918 को, जर्मनी ने मित्र राष्ट्रों के साथ युद्धविराम समझौता किया, जो पश्चिमी मोर्चे पर युद्ध को समाप्त करने वाला था। यह समझौता वर्साइलीस रेलवे कार से किया गया था, जो फ्रांस के कंपियेन क्षेत्र में स्थित था। यह युद्धविराम समझौता युद्ध के एक महीने बाद पूर्ण शांति की ओर एक बड़ा कदम था।
* युद्धविराम समझौते के तहत, जर्मनी को अपनी सेनाएँ पीछे हटाने, हथियारों को सौंपने और अन्य कड़े प्रतिबंधों को मानने के लिए कहा गया था। इसके बाद, 1919 में वर्साय संधि (Treaty of Versailles) पर हस्ताक्षर किए गए, जिससे औपचारिक रूप से युद्ध का समापन हुआ।
* आर्मिस्टिस डे की स्थापना : 1919 में, पहली बार 11 नवंबर को आर्मिस्टिस डे के रूप में मनाया गया था, और इसे एक राष्ट्रीय स्मृति दिवस के रूप में स्वीकृति मिली। यह दिन विशेष रूप से ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और अन्य देशों में महत्वपूर्ण था, जिन्होंने युद्ध में अपनी सेनाएँ भेजी थीं।
आर्मिस्टिस डे का महत्व
* आर्मिस्टिस डे युद्ध के अंत को दर्शाता है और यह दिन उन सैनिकों की याद में समर्पित है जिन्होंने अपनी जान गंवाई। यह दिन शांति और युद्ध के भयावह परिणामों को याद करने का अवसर भी प्रदान करता है।
* इस दिन को शहीदों की श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए मनाया जाता है। खासकर, दो मिनट की मौन श्रद्धांजलि दी जाती है, जिसमें लोग अपने आसपास की गतिविधियाँ रोक कर शहीदों के सम्मान में खड़े होते हैं।
* आर्मिस्टिस डे समाज में शांति और भाईचारे का संदेश देता है, ताकि भविष्य में ऐसी विभीषिकाएँ न हो और देशों के बीच सुलह, संवाद और समझ बनी रहे।
इन देशों में होता हैं आर्मिस्टिस डे का आयोजन
1. यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन): यहां रेमेम्ब्रेंस डे के नाम से आर्मिस्टिस डे मनाया जाता है। इस दिन देशभर में युद्ध स्मारकों पर पुष्पांजलि अर्पित की जाती है. 11 नवंबर को सुबह 11 बजे दो मिनट की मौन श्रद्धांजलि दी जाती है।
2. फ्रांस: फ्रांस में आर्मिस्टिस डे को Jour d'Armistice कहा जाता है। यहां बड़े स्तर पर युद्ध स्मारकों पर श्रद्धांजलि दी जाती है, विशेषकर पेरिस के अज्ञात सैनिक के मकबरे में, जो आर्मिस्टिस डे का प्रमुख स्थल होता है।
3. अमेरिका: अमेरिका में यह दिन वेटरन्स डे (Veterans Day) के रूप में मनाया जाता है। यहां इस दिन युद्ध के सभी भूतपूर्व सैनिकों को सम्मानित किया जाता है। यह पहले आर्मिस्टिस डे के रूप में मनाया जाता था, लेकिन 1954 में इसका नाम बदलकर वेटरन्स डे कर दिया गया।
4. ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड: यहां भी रेमेम्ब्रेंस डे के रूप में मनाया जाता है, और यह दोनों देशों में विशेष रूप से युद्ध के दौरान मारे गए सैनिकों की याद में होता हैं।
आर्मिस्टिस डे का आधुनिक संदर्भ
1. शांति और भाईचारे का संदेश: आज के समय में आर्मिस्टिस डे का मुख्य उद्देश्य शांति और भाइचारे का संदेश देना है। यह दुनिया भर के देशों को याद दिलाता है कि युद्ध हमेशा विनाशकारी होता है और इसे टालने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग और संवाद की आवश्यकता है। यह दिन हमें युद्ध के भयानक परिणामों, नागरिकों और सैनिकों की जान जाने के दर्द और पीड़ा को याद करने का अवसर देता है, जिससे हम भविष्य में हिंसा और संघर्षों को रोकने के उपायों पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
2. युद्ध की विभीषिका को पहचानना: आर्मिस्टिस डे हमें युद्ध के समय की विभीषिका को समझने का अवसर प्रदान करता है, खासकर उन नागरिकों और सैनिकों के लिए जिन्होंने अपनी जान गंवाई। यह दिन शांति की आवश्यकता को समझने और संघर्षों के मानवीय परिणामों को पहचानने का दिन बन गया है।
3. वर्तमान संघर्षों के संदर्भ में आर्मिस्टिस डे: दुनिया में आज भी कई स्थानों पर संघर्ष और युद्ध जारी हैं, जैसे सीरिया, यमन, अफगानिस्तान, और यूक्रेन। आर्मिस्टिस डे इन संघर्षों की पीड़ा को महसूस करने का अवसर भी देता है और शांति की आवश्यकता की याद दिलाता है। यह दिन हमें यह भी दिखाता है कि युद्ध के बाद शांति स्थापित करना कितना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, और यह भी हमें यह समझने में मदद करता है कि युद्ध केवल सैनिकों को ही नहीं, बल्कि आम नागरिकों को भी प्रभावित करता हैं।
4. सैनिकों की श्रद्धांजलि: आज आर्मिस्टिस डे के माध्यम से पूर्व सैनिकों और युद्ध में मारे गए शहीदों की श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है, और यह उनके योगदान को स्वीकार करने का दिन है। इस दिन को वेटरन्स डे के रूप में भी मनाया जाता है, जिसमें सभी भूतपूर्व सैनिकों को सम्मानित किया जाता है। आर्मिस्टिस डे का यह आधुनिक रूप सैनिकों के योगदान और उनके संघर्ष के प्रति समाज में जागरूकता फैलाने का काम करता हैं।
5. संघर्ष और शांति की भूमिका में बदलाव: आर्मिस्टिस डे का आधुनिक संदर्भ यह भी है कि यह अब केवल एक ऐतिहासिक घटना नहीं, बल्कि भविष्य में शांति बनाए रखने के लिए प्रेरित करने वाला दिन बन गया है। यह दिन हमें यह सिखाता है कि युद्ध केवल व्यक्तिगत या राष्ट्रीय हानि नहीं लाता, बल्कि वैश्विक स्तर पर इसके असर होते हैं, जैसे पर्यावरणीय क्षति, आर्थिक नुकसान और समाजों में टूटन।
6. अंतर्राष्ट्रीय एकता: आर्मिस्टिस डे के दौरान विभिन्न देशों के लोग एक साथ खड़े होकर इस उद्देश्य को मनाते हैं कि भविष्य में दुनिया में संघर्ष न हो और शांति बनी रहे। यह दिन अंतर्राष्ट्रीय एकता, सहयोग और मानवाधिकारों की रक्षा की दिशा में काम करने के महत्व को रेखांकित करता हैं।