Jharkhand Politics: झारखंड विधानसभा चुनाव में हेमंत Vs हिमंत? जानें 'शर्मा' और 'सोरेन' में से कौन-किस पर रहेगा भारी?

Jharkhand Politics: झारखंड विधानसभा चुनाव में हेमंत Vs हिमंत? जानें 'शर्मा' और 'सोरेन' में से कौन-किस पर रहेगा भारी?
Last Updated: 3 घंटा पहले

झारखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर, राज्य की राजनीति में "हेमंत बनाम हिमंत" की एक दिलचस्प लड़ाई छिड़ गई है। हेमंत सोरेन, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता और मुख्यमंत्री, हिमंत विश्व शर्मा पर हमले कर रहे हैं, जिन्हें वे बाहरी बताते हुए बीजेपी की रणनीतियों पर सवाल उठा रहे हैं।

रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के चलते, राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी ने हिमंत विश्व शर्मा को झारखंड में सह-प्रभारी नियुक्त किया है, जिससे उनकी सक्रियता बढ़ गई है। इस बीच, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जेल से बाहर आने के बाद से ज्यादा आक्रामक रुख अपनाया है, खासकर हिमंत विश्व शर्मा के खिलाफ। हेमंत सोरेन का यह आक्रामक रुख इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्होंने बीजेपी और विशेष रूप से हिमंत विश्व शर्मा पर कई आरोप लगाए हैं, जैसे कि बाहरी राजनीति और झारखंड के स्थानीय मुद्दों को समझना।

सोरेन का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि वे अपने मतदाता आधार को मजबूत करें और भाजपा की रणनीतियों का मुकाबला कर सकें। इस पूरी राजनीतिक स्थिति में सबकी निगाहें "हेमंत बना हिमंत" पर टिक गई हैं, जिससे यह साफ है कि चुनावी रणनीतियाँ अब ज्यादा व्यक्तिगत हो रही हैं। राजनीतिक बयानबाजी का यह दौर चुनावी रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में राजनीतिक घमासान और बढ़ सकता हैं।

हिमंत विश्व शर्मा ने जेएमएम और कांग्रेस पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

हिमंत विश्व शर्मा, झारखंड विधानसभा चुनाव के सह-प्रभारी बनाए जाने के बाद, राज्य के विभिन्न दौरे कर रहे हैं और चुनावी मुद्दों को जोर-शोर से उठा रहे हैं। उन्होंने विशेष रूप से झारखंड में घुसपैठ और आदिवासियों के अधिकारों के मुद्दों को प्राथमिकता दी है। इसके अलावा, शर्मा ने झामुमो (जेएमएम) और कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उन पर हमला किया है, जिससे उनकी राजनीतिक रणनीति को और मजबूती मिलती हैं।

इस स्थिति के बीच, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हिमंत विश्व शर्मा को बैकफुट पर धकेलने की कोशिश कर रहे हैं। सोरेन का लक्ष्य केवल अपने शासन का बचाव करना है, बल्कि अपनी पार्टी और आदिवासी समुदाय के अधिकारों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को भी मजबूत करना है। चुनावी माहौल में यह टकराव झारखंड के राजनीतिक परिदृश्य को और भी जटिल बना रहा हैं।

हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर साधा निशाना

हेमंत सोरेन और हिमंत विश्व शर्मा के बीच झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। एक ओर हिमंत विश्व शर्मा लगातार हेमंत सोरेन और उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं और झारखंड में घुसपैठ आदिवासियों के अधिकारों के मुद्दों को उभार रहे हैं। दूसरी ओर, हेमंत सोरेन भी सीधे तौर पर हिमंत पर निशाना साध रहे हैं, खासकर उन्हें बाहरी बताकर। सोरेन का कहना है कि हिमंत केवल चुनाव के लिए झारखंड में आए हैं और उनके अपने राज्य असम में बाढ़ से हालात खराब हैं।

हेमंत सोरेन का यह आरोप आदिवासी वोटों को अपने पक्ष में करने के लिए है, क्योंकि झारखंड में आदिवासी मतदाता महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा, सोरेन बीजेपी को सांप्रदायिक तनाव फैलाने का आरोप भी लगा रहे हैं, यह कहते हुए कि जाति और धर्म के नाम पर लोगों को भड़काया जा रहा है। सोरेन ने जनता से हिमंत और बीजेपी से सावधान रहने की अपील भी की हैं।

2024 में ही होंगे झारखंड विधानसभा चुनाव

झारखंड में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसमें 81 सीटों पर मतदान होगा। हाल ही में, चुनाव आयोग की एक टीम ने रांची जाकर चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की। हिमंत विश्व शर्मा, जो एनडीए गठबंधन के तहत चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं, ने स्पष्ट किया है कि बीजेपी अपने सहयोगियों आजसू और जदयू के साथ मिलकर चुनाव में उतर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्य मुकाबला झामुमो और बीजेपी गठबंधन के बीच होगा।

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