यह बहुत चिंताजनक है कि कानपुर में ट्रेन पलटाने की साजिशें लगातार हो रही हैं। लोको पायलट की सतर्कता ने बड़ा हादसा टाल दिया, लेकिन यह घटनाएं यात्रियों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बनी हुई हैं। पुलिस और रेल अधिकारियों की जांच महत्वपूर्ण होगी, ताकि दोषियों को पकड़ा जा सके और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जा सकें।
कानपुर: दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर महाराजपुर के प्रेमपुर रेलवे स्टेशन के निकट ट्रैक पर एक छोटा गैस सिलेंडर रखकर ट्रेन को पलटाने का प्रयास किया गया है। हालांकि ट्रेन के लोको पायलट ने ट्रैक के बीच में सिलेंडर दिखाई देने पर तुरंत ट्रेन रोक दी, जिससे कोई बड़ा हादसा टल गया। लूप लाइन से कानपुर से प्रयागराज की दिशा में एक मालगाड़ी जा रही थी। इस घटना के बाद पुलिस और रेल अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और मामले की जांच की जा रही है। इससे पहले पनकी औद्योगिक क्षेत्र के पास साबरमती एक्सप्रेस का इंजन और 20 बोगियां पटरी से उतर गई थीं।
एक महीने में तीसरी बार हुआ ऐसा
लोको पायलट का आरोप है कि लोहे की पटरी का टुकड़ा रखकर ट्रेन overturn करने की कोशिश की गई। कुछ दिन पहले कानपुर-कासगंज रेल मार्ग पर भी ट्रैक के बीच गैस सिलेंडर रखकर ट्रेन पलटाने का प्रयास किया गया था। दोनों मामलों की जांच चल रही है। यह घटना पिछले एक महीने में तीसरी बार हुई है। लूप लाइन में पेट्रोमैक्स का खाली सिलेंडर प्लेटफार्म से लगभग 100 मीटर पहले, प्रयागराज जाने की दिशा में पाया गया है। जीआरपी इंस्पेक्टर समेत रेलवे के अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच चुके हैं। पहली नजर में इसे शरारत माना जा रहा है और जीआरपी इसकी जांच कर रही है। चूंकि यहां के आसपास बस्ती है, इसलिए स्थानीय लोगों से जानकारी जुटाई जा रही है। मौके पर एलआईयू की टीम भी पहुंच चुकी हैं।
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि गुड्स ट्रेन कानपुर से प्रयागराज की ओर आ रही थी, जब प्रेमपुर स्टेशन पर लूप लाइन पर ट्रेन में कार्यरत लोको पायलट देव आनंद गुप्ता और सहायक लोको पायलट सीबी सिंह ने सिग्नल से कुछ दूरी पर एक सिलेंडर रखा देखा।
लोको पायलट की सतर्कता से टाला हादसा
जानकारी के मुताबिक लोको पायलट ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गाड़ी को सिलेंडर से पहले रोक लिया। इसके बाद उन्होंने सभी संबंधित विभागों को इसकी सूचना दी। इसके पश्चात रेलवे आईओडब्ल्यू, सुरक्षा बल और अन्य टीमों ने उस सिलेंडर की जांच की और उसे ट्रैक से हटा दिया। यह घटना प्रेमपुर स्टेशन पर सुबह 5:50 बजे की है। सिलेंडर की जांच करने पर यह पाया गया कि यह एक 5 लीटर का खाली सिलेंडर था, जो ट्रैक पर सिग्नल के थोड़ा पहले रखा गया था। इस घटना की जांच के निर्देश जारी किए गए हैं।