महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की बुरी हार पर अभिनेत्री कंगना रनौत ने प्रतिक्रिया दी है। कंगना ने कहा कि जो लोग महिलाओं का अपमान करते हैं, वे दैत्य होते हैं, और यही उनके साथ हुआ है। उनकी इस टिप्पणी ने राजनीति और समाज में नया विवाद छेड़ा है।
महिलाओं का अपमान करने वाले दैत्य होते हैं
कंगना रनौत ने उद्धव ठाकरे की हार पर टिप्पणी करते हुए कहा, "मुझे इसकी उम्मीद थी, क्योंकि इतिहास हमें यह सिखाता है कि जो महिलाओं की इज्जत नहीं करते, वे दैत्य होते हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि जो नेता महिलाओं को सम्मान देते हैं और उनके हक की लड़ाई लड़ते हैं, वे देवता की श्रेणी में आते हैं। कंगना ने उद्धव ठाकरे को दैत्य की संज्ञा देते हुए उनकी हार को "वैसी ही हार" बताया जैसी अक्सर दैत्यों की होती है।
महिलाओं के खिलाफ अपमान का आरोप
कंगना ने यह भी कहा कि वह खुद भी अपमानित हुईं और उनका घर तोड़ा गया, उन्हें गालियां दी गईं। इस अनुभव को कंगना ने उद्धव ठाकरे और उनके समर्थकों के खिलाफ एक बड़ा आरोप बताया। उनके अनुसार, यह साबित करता है कि ठाकरे के दिमाग पर गलत प्रभाव पड़ा था, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
भाजपा की ऐतिहासिक जीत पर कंगना की प्रतिक्रिया
कंगना रनौत ने भाजपा की ऐतिहासिक जीत पर खुशी जताई और पार्टी के कार्यकर्ताओं की सराहना की। उन्होंने कहा, "यह हमारे लिए एक ऐतिहासिक जीत है, और भाजपा कार्यकर्ता पूरी तरह से उत्साहित हैं।" कंगना ने भाजपा के मुख्यमंत्री के सवाल पर भी टिप्पणी की और कहा कि भाजपा में कई योग्य नेता हैं जो राज्य का नेतृत्व करने में सक्षम हैं।
कंगना ने पीएम मोदी के नेतृत्व पर विश्वास जताया
कंगना ने देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के नेतृत्व पर विश्वास जताया। उन्होंने कहा, "लोग चाहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी हर जगह नेतृत्व करें, चाहे मुख्यमंत्री का चेहरा हो या न हो।" उनका मानना है कि जनता पीएम मोदी के नेतृत्व में भरोसा करती है और यही भाजपा की लगातार जीत का कारण है।
नतीजों ने राजनीति को एक नया मोड़ दिया
कंगना का यह बयान महाराष्ट्र के राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में एक नया मोड़ लेकर आया है। उनके बयान ने जहां उद्धव ठाकरे की हार को लेकर चर्चा को ताजा किया, वहीं भाजपा और पीएम मोदी के नेतृत्व पर उनके सकारात्मक रुख को भी दर्शाया।