Maharashtra: 22 जुलाई को ओबीसी संगठनों की 'जन आक्रोश यात्रा'! महाराष्ट्र में OBC समुदाय द्वारा आरक्षण अधिकारों की रक्षा के लिए नई पहल

Maharashtra: 22 जुलाई को ओबीसी संगठनों की 'जन आक्रोश यात्रा'! महाराष्ट्र में OBC समुदाय द्वारा आरक्षण अधिकारों की रक्षा के लिए नई पहल
Last Updated: 21 जुलाई 2024

महाराष्ट्र में OBC 'जन आक्रोश यात्रा' की शुरुआत 22 जुलाई, सोमवार से हो रही है, जो मराठा आरक्षण के मुद्दे पर आयोजित की जा रही है। इससे पहले, मराठा आरक्षण के कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल ने 20 जुलाई से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की थी।

जन आक्रोश यात्रा: महाराष्ट्र में 22 जुलाई से विभिन्न अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) की 'जन आक्रोश यात्रा' की शुरुआत हो रही है। बता दें कि इससे पहले मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल ने 20 जुलाई से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की थी। जिसके बाद अब महाराष्ट्र में OBC जन आक्रोश यात्रा शुरू हो रही है। राज्य में जन आक्रोश यात्रा में OBC आंदोलनकारी लक्ष्मण हाके और नवनाथ वाघमारे के साथ अन्य OBC समुदाय के नेता भी सम्मिलित होंगे।

लक्ष्मण हाके और नवनाथ वाघमारे के नेतृत्व में यात्रा

मिली जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र में होनी वाली यह यात्रा 22 जुलाई को जालना के दोदडगाव से शुरू हो रही है, OBC समुदाय के लोगों के आक्रोश को सरकार तक पहुंचाने के उद्देश्य से यह आयोजित की गई है। यहां पर ओबीसी आरक्षण के बचाव और समाज में उसके लिए जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। नवनाथ वाघमारे के नेतृत्व में इस यात्रा को OBC आंदोलन के तहत आयोजित किया है और समाज के सभी बंधुओं से इसमें शामिल होने का आह्वान किया है।

जन आक्रोश यात्रा का उद्देश्य

इस यात्रा के द्वारा किया गया यह प्रयास समाज में जागरूकता फैलाने के साथ-साथ सरकार को OBC समुदाय की मांगों और आक्रोश को समझने और सुलझाने के लिए भी है। इस प्रक्रिया में समाज के सदस्य एकजुट होकर अपनी आवाज को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।

इस दौरान 22 जुलाई को इस आक्रोश यात्रा की शुरुआत जालना के रामगव्हाण से होगी। इस यात्रा में वडीगोद्री, बीड, अहमदनगर, परभणी, हिंगोली, वाशिम, बुलढाणा जिलों के लोग भी शामिल होंगे। यात्रा का उद्देश्य छत्रपति संभाजीनगर जिले के पैठण तालुका में पहुंचना है। इसके माध्यम से ओबीसी समाज के मन में उनके मुद्दे को सरकार तक पहुंचाने और आवाज उठाने का प्रयास किया जाएगा।

यात्रा से पहले मनोज जरांगे की भूख हड़ताल

बता दें कि मनोज जरांगे पाटिल ने 20 जुलाई से जालना के अंतरवाली सरती में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की है। उनका मुख्य कारण सरकार द्वारा उनकी मांगों की अनुमोदना नहीं करने का है, जिसकी लास्ट डेट 13 जुलाई रखी गई थी। इस प्रकार, वे आरक्षण के मुद्दे पर अपने दावों को सुनिश्चित करने के लिए भूख हड़ताल की ओर बढ़ रहे हैं। इस संदर्भ में, उन्हें अपने प्रदर्शन के माध्यम से अपने मांगों को सार्वजनिक करने का माध्यम मिलेगा।

मराठा और ओबीसी के बीच तनाव

महाराष्ट्र में आरक्षण को लेकर मराठों और ओबीसी समुदाय के बीच पहले से तनाव चल रहा है। इसी दौरान OBC समुदाय और छगन भुजबल जैसे नेताओं ने पहले ही आरक्षण के खिलाफ कई प्रदर्शन किए हैं, जो मराठों के लिए आरक्षण के प्रति विरोध को दर्शाते हैं। इसे लेकर मराठवाड़ा में कई घटनाएं भी हुई हैं जिसमें मराठा बनाम OBC के बीच संघर्ष देखने को मिला है।

 

 

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