Mooncake Festival: मध्य शरद ऋतु चंद्र महोत्सव! चीन में 3000 वर्षों से मनाया जा रहा है मून फेस्टिवल, जानें इसका महत्व और वजह

Mooncake Festival: मध्य शरद ऋतु चंद्र महोत्सव! चीन में 3000 वर्षों से मनाया जा रहा है मून फेस्टिवल, जानें इसका महत्व और वजह
Last Updated: 16 सितंबर 2024

मूनकेक पर्व (Mooncake Festival), जिसे चीनी संस्कृति और इतिहास का एक उत्कृष्ट उदाहरण मन जाता है। यह त्योहार प्रकृति से जुड़ा हुआ है और सितंबर के महीने में फसल की कटाई का जश्न मनाने के लिए मनाया जाता है। मूनकेक पर्व परिवार के साथ मिलकर मनाने वाला एक खास अवसर है, जो पारिवारिक मूल्यों को भी दर्शाता है। आइए, मूनकेक पर्व के बारे में जानें।

Mooncake Festival: चीन का मूनकेक पर्व (Mooncake Festival), जिसे जूंचियो भी कहा जाता है, चीन की सबसे प्राचीन और महत्वपूर्ण पारंपरिक उत्सवों में से एक है। यह त्योहार चंद्र कैलेंडर के अनुसार, आठवें महीने के पंद्रहवें दिन मनाया जाता है, जो आमतौर पर सितंबर या अक्टूबर में पड़ता है। इस दिन चंद्रमा पूर्ण होता है और सबसे चमकीला दिखाई देता है।

मूनकेक पर्व की प्राचीन परंपरा

मूनकेक पर्व की जड़ें 'प्राचीन शैंग राजवंश' (1600-1046 ईसा पूर्व) तक जाती हैं, जब इसे 'फसल काटने के उत्सव' के रूप में मनाया जाता था। उस समय कृषि पर आधारित समाजों के लिए फसल कटाई एक महत्वपूर्ण घटना होती थी, और इसे मनाने के लिए विशेष अनुष्ठान और त्योहार आयोजित किए जाते थे।

इस पर्व का आयोजन शरद ऋतु में होता था, जब फसलें तैयार हो जाती थीं और किसान अपनी मेहनत के फल का आनंद लेने के लिए तैयार होते थे। चंद्रमा की पूजा और उसके साथ जुड़े अनुष्ठान फसल की समृद्धि और शांति का प्रतीक होते थे। इस साल यह पर्व 17 सितंबर को मनाया जाएगा, जो फसल कटाई के मौसम के साथ मेल खाता है।

इस पर्व पर चंद्रमा का महत्व

चीन में चंद्रमा को देवीय शक्ति का प्रतीक माना जाता है, और इसका महत्व सदियों से बना हुआ है। प्राचीन चीनी मान्यताओं के अनुसार, चंद्रमा और पानी का संबंध मानव शरीर के कायाकल्प से जुड़ा हुआ है। ऐसा माना जाता था कि चंद्रमा की पूजा करने से शरीर में नवीनीकरण की शक्ति बढ़ती है, और व्यक्ति हमेशा युवा बना रहता है। चंद्रमा को सूर्य का साथी और सितारों को उनकी संतान माना जाता था। इस दृष्टिकोण से, चंद्रमा और सूर्य को सृष्टि की शक्तियों के रूप में देखा जाता था, जो संतुलन, जीवन, और पुनर्जीवन का प्रतीक हैं।

मून फेस्टिवल के दौरान चंद्रमा की पूजा, उस पर ध्यान केंद्रित करना, और उसकी सुंदरता का आनंद लेना इस पारंपरिक धारणा का हिस्सा है, जो लोगों को प्रकृति और उसकी रहस्यमयी शक्तियों के साथ जोड़ता है।

मूनकेक-स्वाद और संस्कृति का संगम

'मूनकेक' मून फेस्टिवल का सबसे महत्वपूर्ण और प्रतीकात्मक हिस्सा है। इसका गोल आकार चंद्रमा का प्रतिनिधित्व करता है, जो परिवार और सामंजस्य का प्रतीक है। मूनकेक के भीतर विभिन्न प्रकार की भरावन होती हैं, जो इसकी विविधता और संस्कृति को दर्शाती हैं। आमतौर पर, इनमें मीठी भरावन जैसे लाल बीन्स, कमल के बीजों का पेस्ट, अंडे की जर्दी, मीट, और गुलाब के बीजों का मिश्रण शामिल होता है।

मूनकेक का आनंद लेना केवल स्वाद का अनुभव है, बल्कि यह साझा करने और एकता का प्रतीक भी है। परिवार और दोस्तों के बीच मूनकेक बांटना, उनके साथ खुशियाँ और स्नेह साझा करने की परंपरा का हिस्सा है। इस प्रक्रिया में, मूनकेक लोगों को जोड़ने और संबंधों को मजबूत करने का माध्यम बन जाता है।

इस तरह, मूनकेक स्वाद और संस्कृति दोनों का संगम है, जो मून फेस्टिवल को और भी खास बनाता है।

लालटेन और चंद्रमा की पूजा

मूनकेक पर्व पर लालटेन और चंद्रमा की पूजा की परंपरा विशेष महत्व रखती है। इस त्योहार के दौरान, लोग लालटेन लेकर रोशनी करते हैं, जो सुख, समृद्धि, और उज्जवल भविष्य की कामना का प्रतीक है। लालटेन की ये रंगीन और चमकदार रोशनी वातावरण में उत्सव का रंग भर देती है और पूरे समुदाय को एकजुट करती है।

लालटेन की रोशनी के साथ-साथ लोग एक साथ इकट्ठा होकर चंद्रमा की ओर देखते हैं और अपनी मनोकामनाएं करते हैं। चंद्रमा की पूर्णता और उसकी सुंदरता को देखकर लोग अपने सपनों और इच्छाओं को पूरा करने की आशा करते हैं।

मूनकेक: इस पर्व का प्रतीक

इस त्योहार में मूनकेक खाने की परंपरा सबसे प्रमुख है। मूनकेक एक गोलाकार मीठा केक होता है, जो चंद्रमा का प्रतीक है। इसका गोल आकार परिवार के पुनर्मिलन और एकजुटता का प्रतीक होता है। मूनकेक के अंदर की स्टफिंग विभिन्न प्रकार की हो सकती है, जैसे:

- लोटस सीड पेस्ट (Lotus Seed Paste)

- रेड बीन पेस्ट (Red Bean Paste)

- अंडे की जर्दी (Egg Yolk)

- नट्स और अन्य सामग्रियां

मूनकेक को त्योहार के दौरान परिवार के साथ साझा किया जाता है और इसे रिश्तेदारों और दोस्तों को उपहार के रूप में भी दिया जाता है।

17 को मनाया जाएगा मूनकेक फेस्टिवल

मूनकेक फेस्टिवल इस साल 17 सितंबर को मनाया जाएगा। यह दिन चंद्र कैलेंडर के अनुसार आठवें महीने की पंद्रहवीं तारीख को आता है, जब चंद्रमा अपनी पूर्णता पर होता है। इस दिन मूनकेक फेस्टिवल के दौरान लोग चंद्रमा की पूजा करते हैं, मूनकेक का आनंद लेते हैं, और लालटेन जलाकर रोशनी करते हैं। यह त्योहार परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने, खुशी साझा करने, और अच्छे भविष्य की कामना करने का अवसर है।

मूनकेक पर्व से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें

1. मूनकेक के स्वाद

मूनकेक विभिन्न स्वादों में उपलब्ध होते हैं, जो इस त्योहार की विविधता और समृद्धि को दर्शाते हैं:

लाल बीन्स- यह पारंपरिक मूनकेक की भरावन में से एक है, जिसमें लाल बीन्स का मीठा पेस्ट होता है।

लोटस सीड पेस्ट- इस मूनकेक में लोटस बीज का मुलायम और मीठा पेस्ट भरावन के रूप में होता है।

चॉकलेट- आधुनिक समय में, चॉकलेट मूनकेक भी लोकप्रिय हो गए हैं, जो पारंपरिक भरावन के साथ नया स्वाद प्रदान करते हैं।

2. लालटेन

इस त्योहार का लालटेन एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।

आकार और रंग- लालटेनें विभिन्न आकारों और रंगों में होती हैं, जो सजावट और रोशनी के लिए उपयोग की जाती हैं।

उज्ज्वलता- इनकी रोशनी सुख-समृद्धि और उज्जवल भविष्य की प्रतीक होती है। लोग इन लालटेनों को त्योहार के दौरान अपने घरों और सार्वजनिक स्थानों पर सजाते हैं।

3. पौराणिक कथाएं

मूनकेक पर्व से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं इस त्योहार को और अधिक रोचक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बनाती हैं।

चांग' की कथा- एक प्रमुख कथा चांग' की है, जो अमरता की दवा खाकर चंद्रमा पर चली गई थीं। यह कथा मूनकेक पर्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

मूनकेक के इतिहास- मूनकेक के उपयोग का इतिहास भी कई पौराणिक कथाओं और घटनाओं से जुड़ा हुआ है, जैसे कि मिंग वंश के समय में इसने क्रांति की योजनाओं को छिपाने में मदद की थी।

इन महत्वपूर्ण तत्वों के साथ, मूनकेक पर्व एक पारंपरिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक उत्सव बन जाता है जो विभिन्न स्वादों, रंगों और कथाओं के साथ समृद्ध होता है।

 

 

 

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