लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर शनिवार को एक बड़ा हादसा टल गया। पटना से दिल्ली जा रही फ्लाइट में सवार एक यात्री की अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी।
उत्तर प्रदेश: लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर एक विमान ने आपातकालीन लैंडिंग की। पटना से दिल्ली जा रहे विमान में एक यात्री की तबीयत बिगड़ने पर एयरपोर्ट प्रशासन को इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। विमान में सवार असम के बल शोर निवासी 62 वर्षीय सतीश चंद्र बर्मन की अचानक तबीयत खराब हो गई थी। पायलट ने तुरंत लखनऊ एयरपोर्ट पर लैंडिंग की अनुमति मांगी। हालांकि, लैंडिंग के बाद डॉक्टरों ने सतीश चंद्र बर्मन को मृत घोषित कर दिया।
असम के रहने वाले थे मृतक
मृतक यात्री की पहचान असम के बल शोर निवासी 62 वर्षीय सतीश चंद्र बर्मन के रूप में हुई है। वह अपनी पत्नी कंचन और चचेरे दामाद के साथ पटना से दिल्ली जा रहे थे। फ्लाइट में सफर के दौरान अचानक सतीश चंद्र की तबीयत बिगड़ गई। उनकी पत्नी और दामाद ने फ्लाइट क्रू को तुरंत इस बात की सूचना दी।
यात्री की गंभीर हालत को देखते हुए पायलट ने तुरंत लखनऊ एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति मांगी। एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से अनुमति मिलने के बाद विमान को सुरक्षित रूप से लैंड कराया गया। जैसे ही फ्लाइट ने लैंड किया, एयरपोर्ट प्रशासन ने मेडिकल टीम को विमान की ओर भेजा।
मेडिकल टीम पहुंचने से पहले ही मौत
मेडिकल टीम ने विमान के भीतर ही यात्री की जांच की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। सतीश चंद्र बर्मन की फ्लाइट में ही मौत हो गई थी। इस घटना से एयरपोर्ट पर हड़कंप मच गया। पुलिस को सूचना दी गई और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घटना के बाद सतीश चंद्र बर्मन की पत्नी और दामाद गहरे सदमे में हैं। लखनऊ एयरपोर्ट पर उनकी देखभाल की जा रही है। एयरलाइन कंपनी ने भी परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
मौत की वजह की जांच जारी
पुलिस और एयरपोर्ट प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सतीश चंद्र बर्मन की मौत की असली वजह का पता चलेगा। शुरुआती जानकारी के अनुसार, उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ने की आशंका जताई जा रही है। इस दुखद घटना ने विमान यात्रा के दौरान चिकित्सा आपातकाल से निपटने की तैयारियों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि फ्लाइट में प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने की आवश्यकता है।