महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के परिणामों ने फिर से यह सवाल खड़ा किया है कि राज्य में हिंदुत्व की असल ताकत कौन है? चुनावी नतीजे इस बहस को और तेज कर रहे हैं।
Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के रुझानों ने राज्य में नई सरकार की दिशा को लगभग तय कर दिया है। 288 सीटों में से एनडीए 219 सीटों पर आगे है, जबकि कांग्रेस गठबंधन केवल 55 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। अन्य दल 14 सीटों पर आगे हैं। इन नतीजों ने एक बार फिर वह अहम सवाल सामने ला दिया है, जो हिंदुत्व की राजनीति को लेकर हमेशा उठता रहा है— महाराष्ट्र में हिंदुत्व का असली चेहरा कौन है? आइए, इस पूरे परिपेक्ष्य को समझते हैं।
हिंदुत्व का गढ़ कैसे बना महाराष्ट्र?
महाराष्ट्र, जो कभी कांग्रेस का गढ़ था, अब हिंदुत्व की राजनीति का केंद्र बन चुका है। 1960 में राज्य बनने के बाद से 1990 तक कांग्रेस का दबदबा रहा। लेकिन 1992 में बाबरी विध्वंस और उसके बाद हुए सांप्रदायिक दंगों ने हिंदुत्व की राजनीति को मजबूती दी। यही कारण था कि 1995 में शिवसेना और बीजेपी का गठबंधन राज्य में सत्ता में आया। इसके बाद 2014 में मोदी लहर के तहत इन दोनों पार्टियों ने फिर से सत्ता हासिल की। हालांकि, 2019 के विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना और बीजेपी के बीच संघर्ष हुआ, जिससे हिंदुत्व के मुद्दे पर दोनों पार्टियां एक-दूसरे से मुकाबला करने लगीं।
उद्धव ठाकरे का हिंदुत्व पर बयान
2019 में बीजेपी का साथ छोड़कर, उद्धव ठाकरे ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया। इससे उनके हिंदुत्व पर सवाल उठने लगे। उद्धव ने तब कहा था कि वह हिंदुत्व के ‘हेडमास्टर’ हैं और उनका हिंदुत्व कोई दिखावा नहीं, बल्कि कर्मों का हिस्सा है। "मैं हमेशा हिंदुत्व की विचारधारा से जुड़ा रहा हूं, और भविष्य में भी रहूंगा," उनका यह बयान हिंदुत्व को लेकर उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
बीजेपी और हिंदुत्व की राजनीति
उद्धव ठाकरे के गठबंधन टूटने के बाद बीजेपी ने हिंदुत्व के मुद्दे पर उन पर लगातार हमला किया। 2022 में शिवसेना में हुई बगावत के दौरान एकनाथ शिंदे ने भी उद्धव पर हिंदुत्व के रास्ते से भटकने का आरोप लगाया। 2024 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के "बंटेंगे तो कटेंगे" नारे ने महाराष्ट्र में हिंदुत्व के मुद्दे पर राजनीति को नई दिशा दी। इसके परिणामस्वरूप, बीजेपी और उसके गठबंधन को महाराष्ट्र में हिंदुत्व का असली चेहरा माना जा रहा है।
बीजेपी को हिंदुत्व का बिग बॉस?
2024 के चुनावी परिणामों और महाराष्ट्र में हिंदुत्व की बढ़ती राजनीति को देखते हुए, बीजेपी को अब राज्य में हिंदुत्व का बिग बॉस कहा जा सकता है। बीजेपी और उसके गठबंधन ने हिंदुत्व को अपने चुनावी एजेंडे का मुख्य मुद्दा बनाते हुए सत्ता में वापसी की। अब यह सवाल और भी महत्वपूर्ण हो गया है कि महाराष्ट्र में हिंदुत्व की राजनीति में कौन सबसे प्रमुख ताकत बनकर उभरता है।