महाराष्ट्र के कार्यवाहक सीएम शिंदे ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी और अमित शाह से सीएम के चुनाव में फैसला करने को कहा। अब यह मोदी और शाह पर निर्भर है कि वे फडणवीस या अजीत पवार को मुख्यमंत्री बनाएंगे।
Maharashtra News: महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को बयान दिया कि आगामी मुख्यमंत्री भाजपा से ही होगा, और उन्होंने भाजपा नेतृत्व के फैसले का पूरी तरह समर्थन करने की बात कही। शिंदे ने यह भी कहा कि वह इस प्रक्रिया में कोई अवरोध नहीं डालेंगे और भाजपा के निर्णय का पालन करेंगे। उनके इस बयान के बाद भाजपा के लिए देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाने का रास्ता साफ हो गया है।
फडणवीस के समर्थन में अजीत पवार गुट
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम चार दिन पहले घोषित हुए थे, लेकिन मुख्यमंत्री के नाम पर अभी भी निर्णय नहीं हो सका है। एकनाथ शिंदे के बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि वह फिर से मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। दूसरी ओर, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार गुट ने फडणवीस का समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री पद के लिए उनकी दावेदारी पेश की है।
अजीत पवार के नाम की भी हो रही चर्चा
राकांपा के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने साफ कहा कि यदि शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया जाता है, तो उनकी पार्टी अजीत पवार के नाम की भी दावेदारी पेश करेगी। भुजबल ने यह भी कहा कि राकांपा का स्ट्राइक रेट शिवसेना से ज्यादा है। इसके संकेत से यह साफ होता है कि अजीत पवार नहीं चाहते कि शिंदे मुख्यमंत्री बने, और वे उनके अधीन उपमुख्यमंत्री की भूमिका में काम करना नहीं चाहते।
भाजपा के लिए बढ़ी ताकत
महाराष्ट्र में महायुति में भाजपा ने 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन भाजपा ने अब तक मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया है। भाजपा विधायक दल का नेता अभी तक नहीं चुना गया है। हालांकि, पांच निर्दलीय विधायकों ने भाजपा को अपना समर्थन देने की घोषणा की है, जिसके बाद भाजपा विधायकों की संख्या बढ़कर 137 हो गई है।
संघ की भूमिका और भाजपा की सफलता
महाराष्ट्र में भाजपा की पिछले कुछ महीनों में जो दुर्दशा हुई थी, उसके बाद संघ के सहसरकार्यवाह अतुल लिमये और भाजपा के राष्ट्रीय सहसंगठन मंत्री शिवप्रकाश की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने विभिन्न नेताओं से संपर्क साधा और देवेंद्र फडणवीस के साथ बैठकों की एक श्रृंखला आयोजित की। इन बैठकों का सकारात्मक परिणाम सामने आया, जिससे भाजपा को चुनाव में बड़ी सफलता मिली।
राज्यपाल से शिंदे का इस्तीफा
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम 23 नवंबर को घोषित हुए थे, और अगले दिन, यानी मंगलवार को, एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंप दिया। राज्यपाल ने शिंदे से अनुरोध किया कि नई सरकार बनने तक वह कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहें।