Mpox Virus: पाकिस्तान में भी फैला Mpox का कहर, सऊदी अरब से लौटे शख्स में मिला वायरस का लक्षण, जानिए वायरस से अबतक कितने लोगों की हुई मौत

Mpox Virus: पाकिस्तान में भी फैला Mpox का कहर, सऊदी अरब से लौटे शख्स में मिला वायरस का लक्षण, जानिए वायरस से अबतक कितने लोगों की हुई मौत
Last Updated: 18 अगस्त 2024

एमपॉक्स (Mpox) के मामले अब यूरोप से लेकर एशिया तक तेजी से बढ़ रहे हैं। स्वीडन के बाद अब पाकिस्तान में भी इस बीमारी ने दस्तक दे दी हैं। पाकिस्तान में एक व्यक्ति एमपॉक्स से संक्रमित पाया गया है, वह कल सुबह ही सऊदी अरब से आया था।

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में इस साल का पहला एमपॉक्स का मामला सामने आया है। हाल ही में सऊदी अरब से लौटे एक व्यक्ति में इस वायरस की पुष्टि हुई है। पाकिस्तान न्यूज एजेंसी ने स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से यह जानकारी दी है। बताया गया है कि मरदान का रहने वाला  एक व्यक्ति तीन अगस्त को पाकिस्तान पहुंचा था। पेशावर पहुंचने के कुछ समय बाद ही उसमें लक्षण दिखने लगे और उसने जांच के लिए अस्पताल का रुख किया। बता दें पेशावर में खैबर मेडिकल यूनिवर्सिटी ने इस बीमारी की पुष्टि की हैं।

स्वास्थ्य विभाग हुआ मुस्तैद

सऊदी अरब से लौटे एक व्यक्ति में एमपॉक्स वायरस की पुष्टि होने के बाद देश में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस व्यक्ति के साथ यात्रा करने वाले अन्य यात्रियों और उसके निकट संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान और निगरानी के लिए ट्रेसिंग प्रक्रिया आरंभ कर दी है। इस वायरस की आहट के बाद स्वास्थ्य विभाग भी मुस्तैद हो गया हैं।

स्वीडन में मिला था Mpox का पहला मामला

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एमपॉक्स के बढ़ते खतरे के प्रति चेतावनी दी है। बता दें स्वीडन में अफ्रीका के बाहर एमपॉक्स का पहला मामला सामने आया था। एक दिन पहले ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस बीमारी को दूसरी बार वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था। स्वीडिश सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी के महानिदेशक ओलिविया विगज़ेल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि संक्रमित व्यक्ति अफ्रीका के एक क्षेत्र में रहते समय वायरस से प्रभावित हुआ, जहां यह बीमारी व्यापक रूप से फैल चुकी हैं।

वायरस से अबतक इतने लोगों की हुई मौत?

बताया गया हैं कि एमपॉक्स कांगो सहित 13 अफ्रीकी देशों में तेजी से फैल रहा है। अब तक इस बीमारी के कारण 524 लोगों की जान जा चुकी है। WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने एमपॉक्स के बढ़ते मामलों पर आईएचआर आपातकालीन समिति की बैठक के बाद एक मीडिया ब्रीफिंग में जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि यह तीसरी बार है जब पिछले तीन वर्षों में एमपॉक्स को आपातकालीन स्थिति में रखा गया है और WHO अफ्रीका में एमपॉक्स के प्रकोप पर नियंत्रण पाने के लिए प्रयास कर रहा हैं।

क्या हैं एमपॉक्स और यह कैसे फैलता हैं?

एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है। यह वायरस ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस का सदस्य है, जिसके परिवार में चेचक वायरस भी शामिल है। एमपॉक्स को पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था। यह नाम 1958 में इस वायरस की पहचान के दौरान दिया गया था जब बंदरों में 'पॉक्स जैसी' बीमारी का प्रकोप हुआ था। एमपॉक्स एक वायरल संक्रमण है जो मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति या जानवर के साथ संपर्क में आने से फैलता है।

यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रामक चा, मुंह या जननांगों जैसे अन्य घावों के सीधे संपर्क के माध्यम से फैल सकता है। मध्य और पश्चिमी अफ्रीका में अधिकांश एमपॉक्स के मामले उन लोगों में देखे गए हैं जो संक्रमित जानवरो के संपर्क में रहते थे। संक्रमित पशुओं से मनुष्यों को काटने, खरोंचने, खाने या जानवरों के साथ अन्य हरकतों से भी यह वायरस जानवरों से मनुष्यों में फैल सकता हैं।

एमपॉक्स के लक्षण और उसके उपाय

एमपॉक्स एक वायरस से होने वाला संक्रमण है जो अक्सर त्वचा पर दाने पैदा करता है। ये दाने हाथ, पैर, छाती, चेहरे, मुंह या जननांगों के आसपास दिखाई दे सकते हैं। ये दाने बाद में फुंसी (मवाद से भरे बड़े सफेद या पीले दाने) में बदल जाते हैं और फिर पपड़ी बनाते हैं। इसके अलावा एमपॉक्स के अन्य लक्षणों में बुखार, सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द शामिल है। रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, एमपॉक्स के लक्षण वायरस के संपर्क में आने के 21 दिनों के अंदर दिखना शुरू हो सकते हैं।

एमपॉक्स का अभी तक कोई खास इलाज नहीं है। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसके लक्षणों जैसे दर्द और बुखार के लिए दवा लेने की सलाह दी है। सीडीसी ने बताया कि अगर किसी मरीज की इम्यूनिटी पावर अच्छी है और उसे स्किन से संबधित कोई बीमारी नहीं है तो वह बिना किसी ट्रीटमेंट के भी आसानी से ठीक हो सकता है। बस उसे केवल देखभाल की ज़रूरत होगी।

 

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