Noida Rape Case: बच्ची के साथ दरिंदगी का मामला आया सामने, क्लास टीचर पर लगे आरोप

Noida Rape Case: बच्ची के साथ दरिंदगी का मामला आया सामने, क्लास टीचर पर लगे आरोप
Last Updated: 4 घंटा पहले

नोएडा बलात्कार मामला नोएडा के एक प्रसिद्ध स्कूल में एक निर्दोष बच्ची के साथ हुई दरिंदगी के मामले में क्लास टीचर सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़िता की मां ने दुख भरे स्वर में इस घटना के बारे में जानकारी दी। इस घटना ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनका जवाब तलाशा जा रहा है। पुलिस वर्तमान में सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।

Noida: नोएडा के सेक्टर 20 थाना पुलिस ने सेक्टर 27 स्थित एक प्रसिद्ध स्कूल में तीन साल सात माह की बच्ची के साथ हुई दुष्कर्म की घटना के मामले में बृहस्पतिवार को सुरक्षा पर्यवेक्षक और क्लास टीचर को गिरफ्तार किया है। एसीपी प्रथम नोएडा, प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि साक्ष्य एकत्रित करने के बाद स्कूल के कार्यालय प्रशासक, सुरक्षा पर्यवेक्षक दयामय महतो और पीड़ित बच्ची की क्लास टीचर मधु मेनघानी को घटना को छुपाने के लिए दोषी पाया गया है।

 इसी आधार पर इनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। दैनिक जागरण ने शुरू से ही परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर स्कूल प्रबंधन की लापरवाही को उजागर किया, जिससे पुलिस पर दबाव बना। आरोपितों को जेल भेजने के बाद पुलिस ने अपनी जांच को इस दिशा में बढ़ाया। इसके बाद साक्ष्यों के आधार पर सुरक्षा पर्यवेक्षक और क्लास टीचर को गिरफ्तार किया गया।

क्लास टीचर पर लगे आरोप

सात अक्टूबर को दोपहर लगभग डेढ़ बजे बच्ची अपने घर पहुँची थी। उसे पेट और अंदरूनी अंगों में तेज़ दर्द हा था, जिससे उसने कुछ नहीं खाया। दर्द बढ़ने के कारण वह पूरी रात सो नहीं पाई। उसके स्वजन ने आठ अक्टूबर को उसे चिकित्सक के पास ले जाकर दिखाया।

जब जांच रिपोर्ट आई, तब नौ अक्टूबर को इस घटना की जानकारी मिली। क्लास टीचर ने मामले में परिजनों को ही दोषी ठहराते हुए कहा, "बच्चे ने वीडियो देखकर सीखा होगा, सभी बच्चे हमारी निगरानी में रहते हैं।" टीचर के इस रवैये से नाराज होकर स्वजन ने थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई।

बच्ची की मां ने दी जानकारी

उन्होंने बताया कि वह पहले शिक्षिका थीं और उन्हें विश्वास था कि एक प्रतिष्ठित स्कूल में उनकी बेटी सुरक्षित रहेगी। वे सिसकते हुए बोलीं कि उनकी बेटी के साथ जो हुआ, वह किसी और के साथ हो। सुरक्षा के मानक केवल कागजों पर नहीं, बल्कि वास्तविकता में भी लागू होने चाहिए। बड़ा प्रश्न यह है कि मेडिकल रूम का गेट किसने खोला था? बच्ची ने परिजनों को बताया कि सात अक्टूबर को वह मेडिकल रूम में थी, जहां आरोपित नित्यानंद खिड़की से अंदर आया और घिनौनी हरकत की। दरवाजे की आवाज सुनकर वह खिड़की से कूदकर भाग गया। सबसे महत्वपूर्ण सवाल यह है कि मेडिकल रूम का गेट कैसे खुला? किसने गेट खोलकर बच्ची को बाहर निकाला? बच्ची को किस हालत में पाया गया था? परिजनों का आरोप है कि क्लास टीचर और सहायिका ने गेट खोला था। बच्ची अर्द्धनग्न अवस्था में मिली थी और क्लास टीचर ने इस घटना को छिपाने की कोशिश की।

पुलिस ने तीन बार वस्त्र बदलकर आरोपित की पहचान कराई

पुलिस ने मामले की जांच में सतर्कता दिखाई और तत्परता से कार्यवाही शुरू की। पुलिस ने स्कूल के नौ स्टाफ सदस्यों की पहचान की। सभी के फोटो खींचकर बच्ची को दिखाए गए। आरोपित ने तीन बार अलग-अलग कपड़े बदले, और

बच्ची ने तीनों बार उसकी पहचान की। जब उसे सामने पेश किया गया, तो बच्ची घबरा गई और डरते-डरते उसकी पहचान की। इसी तरह से पुलिस आरोपित तक पहुँच सकी।

सात घंटे तक सीसीटीवी की जांच, 14 दिन का बैकअप मिला

बुधवार को बच्ची के परिजन शाम सात बजे थाने पहुंचे। उन्होंने रात करीब दो बजे तक सीसीटीवी फुटेज की जांच की। परिजनों ने जानकारी दी कि स्कूल से दो डीवीआर प्राप्त हुए हैं। एक डीवीआर में एक माह और दूसरे में 14 दिन का बैकअप मौजूद है। उनकी बच्ची जिस कक्षा में पढ़ती है और मेडिकल रूम जो ग्राउंड फ्लोर पर है, के बैकअप में एक बार आरोपित को बच्ची की कक्षा के पास देखा गया।

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