स्वयंभू पादरी बजिंदर सिंह को 2018 के यौन शोषण मामले में दोषी करार दिया गया है। मोहाली की पॉक्सो कोर्ट ने सुनवाई के बाद फैसला सुनाया और अब 1 अप्रैल 2025 को सजा का ऐलान किया जाएगा। बजिंदर सिंह पर जीरकपुर की एक महिला ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
मोहाली: स्वयंभू ईसाई धर्म प्रचारक बजिंदर सिंह को 2018 के रेप मामले में दोषी करार दिया गया है। कोर्ट इस मामले में एक अप्रैल को सजा सुनाएगा। बजिंदर सिंह पर कई गंभीर आरोप लग चुके हैं। वर्ष 2018 में जीरकपुर की एक महिला ने उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न का केस दर्ज कराया था। महिला ने आरोप लगाया था कि बजिंदर ने उसका यौन शोषण किया, उसका वीडियो बनाया और धमकी दी।
इस मामले में बजिंदर के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हुआ था और बाद में उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी। हाल ही में मोहाली में भी बजिंदर के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज हुआ है। इससे पहले फरवरी में एक अन्य महिला ने भी उन पर यौन शोषण का आरोप लगाया था।
चमत्कार का दावा, पर चरित्र सवालों के घेरे में
बजिंदर सिंह का नाम चमत्कारों के जरिए लोगों की बीमारियां ठीक करने के दावों को लेकर चर्चा में रहा है। लेकिन, अब वही पादरी अपने ही कर्मों के कारण कानून के शिकंजे में फंस गए हैं। 2018 में जीरकपुर की एक महिला ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। पीड़िता ने शिकायत में कहा कि बजिंदर सिंह ने चमत्कार का दावा कर उसे ठगा और यौन शोषण किया।
जुलाई 2018 में दिल्ली एयरपोर्ट पर लंदन जाने की कोशिश करते समय बजिंदर सिंह को गिरफ्तार किया गया था। आरोपों के गंभीर होने के बावजूद, उन्हें बाद में जमानत मिल गई थी।
फर्जी वीडियो का विवाद
हाल ही में सोशल मीडिया पर बजिंदर सिंह का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्हें एक युवक को थप्पड़ मारते हुए देखा गया। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि यह वीडियो फेक है और एआई तकनीक का उपयोग कर बनाया गया है। पंजाब के मोहाली में एक महिला ने बजिंदर सिंह पर मारपीट का आरोप भी लगाया है। महिला का कहना है कि उसने उसके साथ बदसलूकी की। पुलिस ने महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया हैं।
बजिंदर सिंह का आपराधिक इतिहास भी रहा है। उनके वीडियो में खुद यह बताया गया है कि 20 साल की उम्र में वे हत्या के एक मामले में फंसे थे और जेल भी गए थे। जेल में रहते हुए ही उन्होंने ईसाई धर्म की ओर रुझान बढ़ाया।
एनसीडब्ल्यू की कड़ी प्रतिक्रिया
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पंजाब पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने कहा कि यह मामला बेहद चिंताजनक है और महिला की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। बजिंदर सिंह के खिलाफ दोष सिद्ध होने के बाद उनके समर्थकों में निराशा का माहौल है। कई लोग अब उनके तथाकथित चमत्कारों की सच्चाई पर भी सवाल उठा रहे हैं।
बजिंदर सिंह का जीवन एक रहस्य और विवाद का संगम रहा है। चमत्कार का दावा करने वाले इस पादरी का असली चेहरा अब अदालत में उजागर हो चुका है। 1 अप्रैल को सजा का ऐलान होगा, जो यह तय करेगा कि कानून के खिलाफ जाने का अंजाम क्या होता हैं।