पंजाब: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को कड़ी टक्कर देगी - AAP और BJP, मजबूत उम्मीदवार की तलाश में कांग्रेस
कांग्रेस का गढ़ माने जाते जालंधर में इस बार लोकसभा चुनाव में AAP और BJP बड़ी टक्कर दे सकती है. इसलिए कांग्रेस हाई कमान को उम्मीदवार के चयन में भी सतर्कता बरतनी पड़ रही है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इसी सिलसिले में 11 फरवरी को पंजाब का दौरा करेंगे। जालंधर लोकसभा सीट हमेशा कांग्रेस का मजबूत गढ़ बना हुआ है. भारतीय जनता पार्टी की लहर में भी कांग्रेस ने वर्ष 2014 और 2019 का चुनाव आसानी से जीत लिया था, लेकिन 2023 के संसदीय उपचुनाव में कांग्रेस को बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा था. लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस के लिए मजबूत उम्मीदवार की तलाश पहली चुनौती बनी हुई हैं।
यह नेता है टिकट की दौड़ में
Subkuz.com के अनुसार लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी की टिकट के लिए करमजीत कौर चौधरी, पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पूर्व सांसद मोहिंदर सिंह केपी, पंजाब विधानसभा में विपक्ष के उप नेता डा. राजकुमार चब्बेवाल और पूर्व एसएसपी राजिंदर सिंह अपनी दावेदारी पेश कर रहे है. स्व. चौधरी संतोख सिंह की पत्नी करमजीत कौर चौधरी हाईकमान के संपर्क में है.उन्होंने सार्वजनिक तौर पर टिकट की मांग की थी।
जानकारी के अनुसार करमजीत कौर को पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी टक्कर दे सकते है. चन्नी की दोआबा के अनुसूचित वर्ग में अच्छी पैठ है तथा अनुसूचित जाति समाज के डेरों से भी सभी चन्नी को समर्थन दे रहे है. चन्नी के 111 दिन के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान उनके काम से अन्य वर्ग/ जाति/ समाज का भी उन्हें समर्थन मिल सकता है. चन्नी के नाम पर कांग्रेस के नेता भी एकजुट हो सकते हैं।
बताया है कि होशियारपुर की चब्बेवाल सीट से विधायक डा. राजकुमार चब्बेवाल भी लंबे समय से जालंधर में सक्रिय रहे है. इन्होने कांग्रेस की टिकट के लिए दावेदारी थोक रहे है. पार्टी हाई कमान का ध्यान अपनी और आकर्षित करने के लिए वह जालंधर में कई कार्यक्रमों में शामिल होते रहे है और संसदीय उपचुनाव के दौरान जालंधर वेस्ट में कमान संभाली थी।
जानकारी में सामने आया है कि भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (Senior Superintendent Of Police-SSP) राजिंदर सिंह भी टिकट की दौड़ में बने हुए है. पुलिस में ड्यूटी (DUTY) के दौरान उनका लंबा समय जालंधर में बीता है। बताया जा रहा है कि राजिंदर सिंह भी टिकट के लिए कई दिनों हाईकमान के साथ सक्रियता (Activity) बढ़ाई हैं।