सरकार और विपक्ष ने आज संसद की कार्यवाही को सुचारु रूप से चलाने पर सर्वदलीय बैठक में सहमति जताई है। 3 दिसंबर से लोकसभा में हंगामे के बिना कार्यवाही जारी रहने की उम्मीद जताई जा रही है।
Parliament Session: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार (2 दिसंबर 2024) को विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात की। इस सर्वदलीय बैठक में संसद में चल रहे गतिरोध को समाप्त करने के उपायों पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में सभी दलों के प्रतिनिधियों ने संसद की कार्यवाही को 3 दिसंबर से सुचारु रूप से चलाने पर सहमति जताई है। ओम बिरला ने सभी सदस्यों से अपील की कि वे संसद की कार्यवाही को बाधित करने के बजाय एक साथ मिलकर इसका संचालन सुनिश्चित करें।
संविधान पर 13 और 14 दिसंबर को विशेष चर्चा
बैठक के दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि संसद में संविधान के महत्व और उसके विभिन्न पहलुओं पर 13 और 14 दिसंबर को विशेष चर्चा आयोजित की जाएगी। इस चर्चा में संविधान को लेकर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा और इसके विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। यह चर्चा संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इसके बाद, 16 और 17 दिसंबर को राज्यसभा में भी इसी मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।
बैठक में शामिल प्रमुख नेता
सर्वदलीय बैठक में कई प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया, जिनमें केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, अर्जुन राम मेघवाल, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई, कांग्रेस नेता सुप्रिया सुले, टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी, और समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेन्द्र यादव शामिल थे। इन नेताओं ने संसद में चल रहे गतिरोध को सुलझाने के लिए विभिन्न सुझाव दिए और सभी दलों के बीच सहमति बनाने के प्रयास किए। बैठक के बाद, सभी ने संसद की कार्यवाही को सुचारु रूप से चलाने के लिए एकजुट होकर काम करने का संकल्प लिया।