राहुल गांधी के बयान पर विदेश मंत्री जयशंकर का पलटवार, कहा- 'झूठ बोल रहे हैं'

राहुल गांधी के बयान पर विदेश मंत्री जयशंकर का पलटवार, कहा- 'झूठ बोल रहे हैं'
अंतिम अपडेट: 8 घंटा पहले

राहुल गांधी के आरोपों पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पलटवार करते हुए कहा कि वह मेरे अमेरिका दौरे को लेकर झूठ बोल रहे हैं, ट्रंप के शपथ ग्रहण के निमंत्रण पर।

Jaishankar: लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से जुड़े आरोप लगाए थे, जिससे सदन में हंगामा मच गया। उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाए थे। राहुल गांधी का कहना था कि जयशंकर ने पीएम मोदी को शपथ ग्रहण का निमंत्रण दिलाने के लिए कई बार अमेरिका का दौरा किया। उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारत के पास प्रोडक्शन सिस्टम होता, तो अमेरिकी राष्ट्रपति खुद प्रधानमंत्री को निमंत्रण भेजते। राहुल गांधी का यह बयान उस समय सामने आया जब राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान वह सदन में संबोधित कर रहे थे।

राहुल गांधी का बयान: ट्रंप के शपथ ग्रहण को लेकर आरोप

राहुल गांधी ने अपनी बात में यह भी कहा कि "अगर अमेरिका की बात करें, तो राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण का निमंत्रण प्रधानमंत्री को दिलाने के लिए हम अपने विदेश मंत्री को नहीं भेजते। हम उन्हें 3-4 बार अमेरिका नहीं भेजते कि प्लीज हमारे प्रधानमंत्री को निमंत्रण भेजिए।" उनका यह बयान सीधे तौर पर डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से जुड़ा था, जिसमें उन्होंने पीएम मोदी के निमंत्रण को लेकर सवाल उठाए थे।

एस जयशंकर का जवाब: बयान राजनीति से प्रेरित

इस पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि राहुल गांधी का बयान राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी ने जानबूझकर दिसंबर 2024 के मेरे अमेरिका दौरे को लेकर झूठ बोला।" जयशंकर ने स्पष्ट किया कि वह बाइडन प्रशासन के विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) से मिलने के लिए अमेरिका गए थे, और उनका दौरा पूरी तरह से कार्यात्मक था, जिसमें भारत के महावाणिज्य दूत की सभा की अध्यक्षता भी की गई।

जयशंकर का स्पष्टीकरण: पीएम के निमंत्रण को लेकर कोई चर्चा नहीं

जयशंकर ने आगे कहा, "मेरे प्रवास के दौरान कोई चर्चा नहीं हुई कि प्रधानमंत्री को किसी शपथ ग्रहण समारोह का निमंत्रण कैसे भेजा जाएगा। यह सामान्य ज्ञान है कि प्रधानमंत्री ऐसे कार्यक्रमों में शामिल नहीं होते, और भारत का प्रतिनिधित्व आम तौर पर विशेष दूत करते हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी का यह झूठ राजनीतिक हो सकता है, लेकिन विदेश में इससे भारत की छवि को नुकसान पहुँचता है।

राजनीतिक विवाद और विदेश नीति पर असर

जयशंकर ने राहुल गांधी के बयान को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि इस तरह के बयान से न केवल राजनीति में बवाल मचता है, बल्कि इससे अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की छवि भी प्रभावित होती है। यह मामला अब राजनीतिक बहस का मुद्दा बन गया है, और जयशंकर ने राहुल गांधी से तथ्यों को सही करने की अपील की है।

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