आसाराम बापू को राजस्थान हाई कोर्ट से 17 दिन की पैरोल मिली है, जिसके तहत वह महाराष्ट्र के पुणे में स्थित अस्पताल में अपना इलाज करवाएंगे। इस पैरोल में 15 दिन का इलाज और 2 दिन का ट्रैवल टाइम शामिल है।
Asaram Bapu News: राजस्थान हाई कोर्ट ने विवादित गुरु आसाराम बापू को एक बार फिर 17 दिन की पैरोल दी है। आसाराम, जोकि वर्तमान में जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं, को इलाज के लिए महाराष्ट्र के पुणे स्थित माधवबाग आयुर्वेद अस्पताल भेजा जाएगा। यह पैरोल 15 दिन के इलाज के लिए और 2 दिन यात्रा के लिए दी गई है।
पैरोल की शर्तों का पालन
आसाराम को दी गई पैरोल के संबंध में कोर्ट ने स्पष्ट रूप से आदेश दिया है कि पहले दी गई पैरोल की शर्तों का पालन सख्ती से किया जाएगा। इसके तहत आसाराम को एयर एंबुलेंस से पुणे भेजा जाएगा, और वहां उनके उपचार के दौरान पुलिस की निगरानी जारी रहेगी।
आसाराम के स्वास्थ्य में सुधार के बाद पैरोल की मांग
आसाराम के अधिवक्ता, कालूराम भाटी ने बताया कि उन्होंने कोर्ट में यह याचिका दाखिल की थी, जिसमें कहा गया था कि आसाराम को पहले दिए गए 7 दिन के पैरोल के दौरान उनके स्वास्थ्य में काफी सुधार हुआ था। इस आधार पर, उन्होंने और उनकी टीम ने पैरोल की अवधि बढ़ाने की मांग की थी, ताकि आसाराम अपना उपचार जारी रख सकें।
15 दिसंबर से शुरू होगा इलाज
आसाराम को जोधपुर के निजी आरोग्य आयुर्वेद अस्पताल में अपना इलाज जारी रखने के लिए 15 दिसंबर तक का समय दिया गया है। इसके बाद 15 दिसंबर को उन्हें एयर एंबुलेंस के जरिए पुणे भेजा जाएगा, जहां वे माधवबाग आयुर्वेद अस्पताल में अपना इलाज करवाएंगे। पैरोल की अवधि खत्म होने के बाद, आसाराम 2 जनवरी 2025 को जोधपुर लौटेंगे।
दुष्कर्म मामले में गिरफ्तारी
आसाराम बापू पर 14 और 15 अगस्त 2013 को अपने आश्रम में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म करने का आरोप था। इस मामले में दिल्ली के कमला नगर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसके बाद जोधपुर पुलिस ने आसाराम को छिंदवाड़ा आश्रम से गिरफ्तार किया और 1 सितंबर 2013 को जोधपुर लाकर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। 2018 में अदालत ने आसाराम को अंतिम सांस तक कठोर कारावास की सजा सुनाई थी।
आसाराम की सजा और पैरोल के फैसले ने न केवल उनके समर्थकों, बल्कि विरोधियों के बीच भी काफी चर्चा पैदा की है। उनके खिलाफ कई और मामलों की सुनवाई जारी है, जिनमें आरोप हैं कि उन्होंने अपनी धार्मिक गतिविधियों का फायदा उठाकर समाज के कमजोर वर्गों के लोगों का शोषण किया।
आसाराम के खिलाफ कानूनी कार्रवाई
आसाराम के खिलाफ चल रही कानूनी कार्रवाई और उनके समर्थकों तथा विरोधियों के बीच की प्रतिक्रियाओं के कारण यह मामला अब तक देशभर में एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। हालांकि आसाराम को पैरोल मिली है, लेकिन उनकी सजा और आरोपों पर कानूनी लड़ाई अब भी जारी है, जो आने वाले समय में और भी ज्यादा गरमाने की संभावना जताई जा रही है।
इस मामले में आसाराम के पक्ष में उनके समर्थक लगातार न्यायपालिका पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि उनके विरोधी उनका विरोध जारी रखे हुए हैं, यह आरोप लगाते हुए कि उन्हें न्याय की प्रक्रिया से बचने का मौका दिया जा रहा है।
पुलिस प्रशासन की निगरानी में होगा इलाज
आसाराम के इलाज के दौरान पुलिस और प्रशासन की कड़ी निगरानी बनी रहेगी। इस दौरान आसाराम का अस्पताल में रहना, उनका इलाज, और ट्रैवल सभी पक्षों द्वारा तय शर्तों के अनुसार होगा। यह पैरोल आसाराम की स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखते हुए दी गई है, लेकिन इस फैसले पर कुछ लोगों ने सवाल भी उठाए हैं।