राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) आगामी बिहार और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों को लेकर एक विस्तृत रणनीति तैयार करने जा रहा है। इसके लिए संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक 21 से 23 मार्च के बीच बेंगलुरु में आयोजित की जाएगी।
बेंगलुरु: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) आगामी बिहार और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों को लेकर एक विस्तृत रणनीति तैयार करने जा रहा है। इसके लिए संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक 21 से 23 मार्च के बीच बेंगलुरु में आयोजित की जाएगी। यह बैठक संगठन की भविष्य की कार्ययोजनाओं और राजनीतिक रणनीति को लेकर अहम मानी जा रही है, जिसमें देशभर से 1500 से अधिक वरिष्ठ पदाधिकारी भाग लेंगे।
बिहार और बंगाल चुनावों पर विशेष मंथन
RSS के लिए यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वर्ष 2025 से 2026 तक संघ अपना शताब्दी वर्ष मनाने जा रहा है। ऐसे में इस बैठक में आने वाले वर्षों की रूपरेखा तय की जाएगी। विजयादशमी 2025 से विजयादशमी 2026 तक संघ के कार्यक्रमों को बड़े पैमाने पर आयोजित करने की योजना पर गहन चर्चा होगी।
सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में बिहार और पश्चिम बंगाल में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर विशेष चर्चा की जाएगी। बिहार में 2025 और बंगाल में 2026 में चुनाव संभावित हैं, जिन्हें ध्यान में रखते हुए संघ अपनी रणनीति तैयार करेगा। इस दौरान संघ के विभिन्न सहयोगी संगठनों को चुनाव से संबंधित दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। इसके अलावा, बिहार में RSS प्रमुख मोहन भागवत के हालिया दौरे को भी इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा हैं।
RSS के सहयोगी संगठन भी होंगे शामिल
इस बैठक में संघ के 45 प्रांतों के प्रांत प्रमुखों के साथ-साथ 32 सहयोगी संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। इनमें भारतीय जनता पार्टी (BJP), विश्व हिंदू परिषद (VHP), भारतीय मजदूर संघ (BMS), भारतीय किसान संघ (BKS), अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और राष्ट्र सेविका समिति समेत अन्य प्रमुख संगठन मौजूद रहेंगे।
बैठक की अध्यक्षता RSS प्रमुख मोहन भागवत करेंगे, जबकि संघ के शीर्ष नेता सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले, सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल, केसी मुकुंद, अरुण कुमार, रामदत्त चक्रधर, आलोक कुमार, अतुल लिमये सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी इसमें हिस्सा लेंगे। भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा यदि 20 मार्च तक हो जाती है, तो उनके भी इस बैठक में शामिल होने की संभावना हैं।
बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में संघ की बढ़ती सक्रियता
RSS प्रमुख मोहन भागवत हाल ही में बंगाल, असम, अरुणाचल और बिहार का दौरा कर चुके हैं। उनके इस प्रवास को पूर्वी भारत में संघ के बढ़ते प्रभाव और चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। बंगाल में वर्ष 2026 में संभावित विधानसभा चुनाव से पहले संघ यहां अपनी गतिविधियां तेज कर सकता है। RSS की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की यह बैठक हर साल मार्च में होती है, जिसमें संघ के वार्षिक कार्यों और योजनाओं की समीक्षा की जाती है। हर तीसरे वर्ष यह बैठक नागपुर में आयोजित होती है, लेकिन इस बार बेंगलुरु को इसके लिए चुना गया हैं।