सुप्रीम कोर्ट में आज दिल्ली में वायु प्रदूषण पर सुनवाई हुई, जिसमें कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा कि GRAP (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) तंत्र क्यों लागू नहीं किया गया। कोर्ट ने कहा कि जैसे ही दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 401 के पार पहुंचता हैं।
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए GRAP (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) तंत्र के लागू होने में देरी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए पूछा कि AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 401 को पार करने के बाद GRAP स्टेज 3 को तत्काल क्यों लागू नहीं किया गया, जबकि यह स्थिति 13 नवंबर को ही उत्पन्न हो गई थी।
सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने दिल्ली सरकार से पूछे सवाल
सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने दिल्ली सरकार से यह सवाल किया कि जब प्रदूषण इतना गंभीर हो गया था, तो उन्होंने त्वरित कार्रवाई क्यों नहीं की। दिल्ली सरकार के वकील ने जवाब दिया कि राजधानी में GRAP 4 लागू कर दिया गया है, और इस प्रक्रिया को अब लागू किया गया है। GRAP तंत्र को चार चरणों में विभाजित किया गया है, जिसमें हर चरण पर प्रदूषण की गंभीरता के आधार पर कड़े उपायों की आवश्यकता होती है। जैसे ही AQI 400 को पार करता है, स्टेज 3 लागू किया जाता है, जिसमें निर्माण कार्यों पर रोक, परिवहन और औद्योगिक गतिविधियों को सीमित करना शामिल होता हैं।
कोर्ट ने पूछा कि GRAP (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) की गाइडलाइन क्या है और उसे लागू करने के लिए कौन इसे मॉनिटर कर रहा है। अदालत ने यह भी सवाल किया कि प्रदूषण को कम करने के लिए कौन से कदम उठाए जा रहे हैं, खासकर तब जब दिल्ली में 12 नवंबर को AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 401 को पार कर गया था, तो GRAP 4 को लागू करने में इतनी देरी क्यों हुई।
कितना हैं दिल्ली का AQI?
रविवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता गंभीर रूप से खराब हो गई थी, जहां कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 441 तक पहुंच गया, जो प्रदूषण की सबसे गंभीर श्रेणी मानी जाती है। इस स्थिति ने दिल्ली को देश के दूसरे सबसे प्रदूषित शहर का दर्जा दिलवाया। दिल्ली से सटे हरियाणा के बहादुरगढ़ में भी AQI 445 दर्ज किया गया था, जो अत्यंत खराब स्थिति को दर्शाता हैं।
एक्यूआई (Air Quality Index) एक संख्या है जिसका उपयोग हवा की गुणवत्ता और उसमें मौजूद प्रदूषण के स्तर को मापने के लिए किया जाता है। यह सूचकांक 0 से 500 तक के मानों के बीच होता है, और इसे छह श्रेणियों में बांटा गया है:
* 0-50: अच्छा
* 51-100: संतोषजनक
* 101-200: मध्यम
* 201-300: खराब
* 301-400: बहुत खराब
* 401-500: गंभीर
जब AQI 401 और 500 के बीच होता है, तो इसे "गंभीर श्रेणी" में रखा जाता है, और इस स्थिति में सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस स्थिति में सरकारों और अधिकारियों द्वारा तत्काल उपायों की आवश्यकता होती हैं।