आज सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली स्थित संसद परिसर की लाइब्रेरी में फिल्म 'द साबरमती रिपोर्ट' देखेंगे। यह फिल्म 2002 के गोधरा ट्रेन जलाने की घटना पर आधारित है, जिसमें विक्रांत मैसी, रिद्धि डोगरा और राशि खन्ना प्रमुख भूमिका में हैं।
द साबरमती रिपोर्ट: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार, 2 दिसंबर को नई दिल्ली के संसद भवन परिसर की लाइब्रेरी में हिंदी फिल्म 'द साबरमती रिपोर्ट' देखेंगे। यह फिल्म 27 फरवरी, 2002 को हुई गोधरा ट्रेन जलाने की घटना पर आधारित है, जिसने गुजरात में सांप्रदायिक दंगों को जन्म दिया था। फिल्म में अभिनेता विक्रांत मैसी, रिद्धि डोगरा और राशि खन्ना महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। फिल्म की रिलीज के बाद दर्शकों ने इसे काफी सराहा है, और यह सिनेमाघरों में अच्छी तरह से चल रही है।
गोधरा ट्रेन जलाने की घटना पर आधारित फिल्म
फिल्म 'द साबरमती रिपोर्ट' गोधरा ट्रेन जलाने की दुखद घटना पर आधारित है, जिसमें 59 लोग मारे गए थे। इसके बाद गुजरात में हुए सांप्रदायिक दंगों में 1,000 से अधिक लोगों की जान गई थी, जिनमें अधिकांश मुसलमान थे। उस समय, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। यह फिल्म उस घटना की गहरी छानबीन करती है और दर्शकों को उस समय की सच्चाई से अवगत कराती है।
विक्रांत मैसी ने निभाई पत्रकार की भूमिका
इस फिल्म में विक्रांत मैसी ने एक पत्रकार की भूमिका निभाई है, जो इस भयावह घटना की रिपोर्टिंग करता है। फिल्म का उद्देश्य गोधरा ट्रेन जलाने की घटना के बाद की सच्चाई को उजागर करना है, जिसे अब तक कई तरह के विवादों और आरोपों के घेरे में रखा गया है।
प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह का बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिल्म की रिलीज के बाद कहा था कि एक झूठी कहानी को लंबे समय तक छुपाया नहीं जा सकता, और तथ्य हमेशा सामने आते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा कि सच्चाई को हमेशा के लिए अंधेरे में नहीं रखा जा सकता। उन्होंने इस फिल्म को "अद्वितीय साहस" के साथ एक पारिस्थितिकी तंत्र को चुनौती देने वाली और घटना की सच्चाई को उजागर करने वाली बताया।
फिल्म को मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया
'द साबरमती रिपोर्ट' फिल्म को दर्शकों का काफी समर्थन मिला है, और यह सिनेमाघरों में सफलता प्राप्त कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी भी अपनी टीम के साथ इस फिल्म को देखेंगे, जो उनके लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि फिल्म में गुजरात की एक अहम और संवेदनशील घटना पर आधारित सच्चाई को पेश किया गया है।