ऊंचाहार के समाजवादी पार्टी विधायक मनोज कुमार पांडेय ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी जॉइन कर ली है. भाजपा में शामिल होने के बाद उनकी विधानसभा से सदस्यता पर बड़ा खतरा मंडराने लगा है। सपा दल-बदल विरोधी कानून के तहत मनोज कुमार की विधायकी खत्म कराने की सख्त कार्रवाई करेगी।
लखनऊ: ऊंचाहार के समाजवादी पार्टी विधायक मनोज कुमार पांडेय ने शुक्रवार (17 मई|) को भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. भाजपा में शामिल होने के बाद उनकी विधानसभा से सदस्यता पर भी खतरा मंडराने लगा है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव दल-बदल विरोधी कानून के तहत मनोज कुमार की विधायकी खत्म कराने की सख्त कार्रवाई करेगी। अखिलेश यादव कहां कि धोखेबाज कहकर अपनी नाराजगी व्यक्त की हैं। रायबरेली की ऊंचाहार सीट से तीन बार के विधायक मनोज कुमार को रायबरेली के दौलतपुर में चुनावी जनसभा के दौरान गृह मंत्री श्री अमित शाह ने पार्टी का पटका पहनाकर भाजपा की सदस्यता दिलाई। राज्यसभा चुनाव के दौरान भी मनोज कुमार का झुकाव भाजपा की तरफ ही था।
मनोज ने भाजपा के पक्ष में किया क्रॉस वोटिंग
विधायक मनोज कुमार ने राजयसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की थी। भाजपा में आधिकारिक तौर पर शामिल न होने से पहले भी वह पर्दे के पीछे से लगातार भारतीय जनता पार्टी के लिए ही काम कर रहे थे। मनोज के भाजपा में शामिल होने के बाद सपा ने उनकी काबिलियत पर सवाल उठाया। सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेन्द्र कुमार चौधरी ने कहां कि मनोज कुमार पांडेय को त्यागपत्र देने के बाद ही भाजपा में शामिल होना चाहिए था। मनोज कुमार पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष सख्त कार्रवाई करेंगे।
सूत्रों ने Subkuz.com को बताया कि पूर्व में घोसी से समाजवादी पार्टी के विधायक दारा सिंह चौहान ने पहले विधायक पद से इस्तीफा दिया, उसके बाद भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। इस्तीफे के बाद रिक्त सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने दारा को ही अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वह सपा के उम्मीदवार से चुनाव हार गए थे। भाजपा ने बाद में दारा को विधान परिषद सदस्य नियुक्त किया। दारा इस समय योगी सरकार में कारागार मंत्री के पद पर हैं।