Canada India Conflict: भारत ने लगाई फटकार तो कनाडा के बदले सुर, अब ट्रूडो बोले- 'पीएम मोदी पर लगे आरोपों का हमारे पास कोई सबूत नहीं'

Canada India Conflict: भारत ने लगाई फटकार तो कनाडा के बदले सुर, अब ट्रूडो बोले- 'पीएम मोदी पर लगे आरोपों का हमारे पास कोई सबूत नहीं'
Last Updated: 10 घंटा पहले

कनाडा सरकार ने हाल ही में एक बयान जारी किया जिसमें उसने भारतीय अधिकारियों, जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पर लगे आरोपों को निराधार बताया। कनाडा सरकार ने कहा कि उसके पास इन भारतीय अधिकारियों को कनाडा में गंभीर आपराधिक गतिविधियों से जोड़ने के लिए कोई सबूत नहीं हैं।

नई दिल्ली: कनाडा सरकार ने हाल ही में जारी एक बयान में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पर लगे आरोपों को खारिज किया है। कनाडा सरकार का कहना है कि उनके पास भारतीय अधिकारियों के संबंध में किसी भी प्रकार का ठोस सबूत नहीं है, जो सिख आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से जुड़ा हो। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस मामले में पहले कहा था कि उनके पास यह जानकारी थी कि भारतीय एजेंट इस हत्या में शामिल हो सकते हैं, लेकिन अब कनाडा सरकार ने स्पष्ट किया है कि केवल खुफिया जानकारी थी, कोई ठोस प्रमाण नहीं।

कनाडा ने क्या बोला था?

कनाडा की एक मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सिख आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की कथित साजिश के बारे में जानकारी थी। यह रिपोर्ट एक अनाम कनाडाई अधिकारी के हवाले से प्रकाशित की गई है। इस रिपोर्ट में यह आरोप लगाया गया कि भारतीय प्रधानमंत्री और अन्य भारतीय अधिकारियों को इस हत्या की साजिश के बारे में सूचित किया गया था, लेकिन भारत ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। भारतीय सरकार ने इसे बदनाम करने वाला अभियान बताया और इसकी कड़ी निंदा की।

भारत सरकार ने कहा कि यह रिपोर्ट तथ्यहीन और झूठी है, और इसके पीछे कोई ठोस प्रमाण नहीं है। भारतीय अधिकारियों ने इसे पूरी तरह से निराधार बताते हुए कहा कि यह सिर्फ एक राजनीतिक मामला बनाकर भारत की छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही हैं।

कनाडा सरकार ने 14 अक्टूबर को जारी किए गए बयान में स्पष्ट किया कि उनके पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को कनाडा में गंभीर आपराधिक गतिविधि से जोड़ने के लिए कोई ठोस प्रमाण नहीं है। बयान में कहा गया कि यह केवल अटकलें हैं, और कनाडा सरकार के पास इसके समर्थन में कोई ठोस जानकारी नहीं है। हालांकि, इस बीच, कनाडा ने 14 अक्टूबर को भारत सरकार के एजेंटों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे, जो कनाडा में गंभीर आपराधिक गतिविधि में शामिल थे। यह कदम कनाडा में सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण और निरंतर खतरे के मद्देनजर उठाया गया था।

क्या था पूरा मामला?

भारत ने कनाडा के मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट का कड़ा विरोध किया है, जिसमें यह दावा किया गया था कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सिख आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की कथित साजिश के बारे में जानकारी थी। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस रिपोर्ट को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि इस प्रकार के आरोप सिर्फ भारत और कनाडा के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और बढ़ाते हैं। उन्होंने इस रिपोर्ट को बदनाम करने वाला अभियान करार दिया और कहा कि इसका कोई आधार नहीं हैं।

बता दें कि जून 2023 में कनाडा के एक गुरुद्वारे के बाहर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई थी। निज्जर खालिस्तान समर्थक था और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करता था। भारत ने कई बार निज्जर के प्रत्यर्पण की मांग की थी, लेकिन कनाडा ने न सिर्फ उसे शरण दी बल्कि नागरिकता भी दी। कनाडा सरकार ने आरोप लगाया था कि भारत के अधिकारियों का इस हत्या में हाथ हो सकता है, हालांकि अभी तक यह हत्या किसने की यह स्पष्ट नहीं हो पाया हैं।

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