भारत ने यूएनजीए में कश्मीर पर दिए गए बयान के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पर कड़ा हमला किया है। भारत ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि उसे भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद के गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। भारत ने पाकिस्तान को सबसे बड़ा पाखंडी करार देते हुए कहा कि उसकी नीतियों के कारण कई देशों में आतंकवादी घटनाएं हुई हैं।
India hit Pak: भारत ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को बेनकाब किया है। पाकिस्तान को आतंकवाद का संरक्षक बताते हुए, भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में उसे कड़ी फटकार लगाई। दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को उठाया था, जिसके जवाब में भारत ने उसे तीखे शब्दों में जवाब दिया।
अंजाम भुगतने पड़ेंगे होंगे
भारत का पाकिस्तान को कड़ा जवाब संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र में शहबाज शरीफ ने एक बार फिर कश्मीर मुद्दे को उठाते हुए भारत को चुनौती दी। हालांकि, भारत ने पाकिस्तान की इस हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया। भारत ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान दुनिया भर में आतंकवाद के लिए जिम्मेदार है और उसके "अंगुलियों के निशान" आतंकवादी घटनाओं पर साफ़ दिखते हैं। भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि सीमा पार आतंकवाद का समर्थन करने के परिणाम पाकिस्तान को भुगतने होंगे।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में प्रथम सचिव भाविका मंगलनंदन ने भारत की ओर से जवाब देते हुए कहा, "....." (यहाँ आप भाविका मंगलनंदन के बयान का हिंदी अनुवाद जोड़ सकते हैं।) यह स्पष्ट है कि भारत पाकिस्तान के आतंकवाद को बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है और उसे इसकी सख्त सजा भुगतनी होगी।
लोकतंत्र पर हमला करने की हिम्मत
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की प्रथम सचिव भाविका मंगलनंदन ने भारत के जवाब देने के अधिकार का उपयोग करते हुए कहा, इस सभा ने आज सुबह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना का सामना किया। आतंकवाद, मादक पदार्थों के व्यापार और अंतरराष्ट्रीय अपराध के लिए कुख्यात सेना द्वारा संचालित देश ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर हमला करने की हिम्मत दिखाई है।
दुनिया इस बात से अवगत है कि पाकिस्तान ने लंबे समय से अपने पड़ोसी देशों के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद को एक हथियार के रूप में प्रयोग किया है।
यह सबसे बड़ा पाखंड- भाविका
भाविका मंगलनंदन ने आगे कहा कि पाकिस्तान ने हमारी संसद, हमारी वित्तीय राजधानी मुंबई, बाजारों और तीर्थयात्रा मार्गों पर हमला किया है। ऐसे देश की ओर से कहीं भी हिंसा के बारे में चर्चा करना सबसे बड़ा पाखंड है। शहबाज ने उठाया मुद्दा
अपने भाषण में शहबाज शरीफ ने कश्मीर के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि "स्थायी शांति को सुनिश्चित करने" के लिए भारत को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के अपने निर्णय को वापस लेना चाहिए और इस मामले के "शांतिपूर्ण" समाधान के लिए बातचीत का मार्ग खोलना चाहिए। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत ने पाकिस्तान द्वारा प्रस्तावित आपसी "रणनीतिक संयम व्यवस्था" को अस्वीकार कर दिया है।