हरियाणा में इन दिनों तेज गर्मी और लू के थपेड़ों से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. फिलहाल आने वाले दिनों में भी गर्मी से कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं हैं। दादरी में अधिकतम तापमान 43.7 व न्यूनतम 32.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
चरखी दादरी: प्रदेश के लोगों को जून माह का पहला सप्ताह गुजरने के बाद भी तेज गर्मी व उमस से निजात नहीं मिली है। दिन के साथ-साथ रात का तापमान भी 33 डिग्री पार करने से गर्म हवाओं का असर तेज हो गया है। हालांकि मौसम विभाग ने पहले कहां था कि जून के पहले सप्ताह में प्रदेश भर में बूंदाबांदी होगी, जिससे लोगों को गर्मी से कुछ हद तक निजात मिलेगी, लेकिन अभी तक जिले में कहीं भी बारिश के कोई आसार नहीं दिख रहे और तापमान में भी लगातारबढ़ोतरी हो रही हैं। गर्मी के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा ही रहा है। तेज गर्मी के कारण बाजारों में हर तरफ सन्नाटा पसरा हुआ हैं।
गर्मी के कारण बाजार में पसरा सन्नाटा
जानकारी के मुताबिक दादरी जिले में पिछले 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान 43.7 व न्यूनतम 32.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। सुबह से गर्म हवाएं और उमस के कारण आमजन को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बाजारों में कारोबार, व्यापार और कामधंधों पर भी गर्मी का असर दिखाई दिया।सुबह और शाम के समय बाजारों में लोग खरीददारी करने के आते है। लेकिन दोपहर 11 बजे से शाम पांच बजे तक सन्नाटा पसरा रहता हैं। मौसम विभाग ने Subkuz.com को बताया कि आने वाले तीन-चार दिन में तापमान में हलकी गिरावट देखने को मिलेगी। इसके बाद जिले में ठंडी हवा और बरसात से लोगों को कुछ राहत मिलने की संभावना हैं।
अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की तादात
प्रदेश में पड़ रही भयंकर गर्मी के कारण दादरी जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में मौसमी बीमारियों के कारण दिन भर अस्पताल में मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। स्थानीय जिला नागरिक अस्पताल और निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या को देखकर स्थिति की गंभीरता को भांप सकते हैं। इनमें ज्यादातर मरीज डायरिया, उल्टी, दस्त, बुखार, जुकाम आदि से प्रभावित हैं।
स्थानीय चिकित्सक मेजर डा. योगेंद्र कुमार देशवाल ने मीडिया को बताया कि इन दिनों खाने पीने सभी को सावधानियां बरतने की आवश्यकता है। शरीर में पानी की कमी ना हो इसलिए अधिक से अधिक तरल पदार्थों (जूस, पानी, तरबूज आदि) का इस्तेमाल करें। छोटे बच्चों, बुजुर्गों व पहले से विभिन्न प्रकार की बीमारियों से प्रभावित मरीजों का खास ख्याल रखा जाना चाहिए।