क्या आप जानते हैं कि एक आईएएस अफसर को कितनी सैलरी मिलती है? अगर नहीं, तो आज हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे।
IAS Salary
आईएएस अफसर बनने का रास्ता कठिन तो है, लेकिन UPSC परीक्षा पास करने के बाद जो लोग इस पद पर पहुंचते हैं, उन्हें मिलने वाली सैलरी बहुत आकर्षक होती है। सातवें वेतन आयोग (7th Pay Commission) के तहत, एक आईएएस अफसर को शुरूआत में 56,100 रुपये की बेसिक सैलरी मिलती है। इसके अतिरिक्त, उन्हें यात्रा भत्ता (TA), डेली अलाउंस (DA), और हाउस रेंट अलाउंस (HRA) जैसे भत्ते भी प्रदान किए जाते हैं।
अगर इन सभी भत्तों को मिलाया जाए, तो एक आईएएस अफसर को शुरूआत में ही हर महीने 1 लाख रुपये से अधिक का वेतन मिलता है। जैसे-जैसे अफसर का प्रमोशन होता है, उनका वेतन भी बढ़ता जाता है। उदाहरण के लिए, कैबिनेट सचिव के पद पर सैलरी 2.50 लाख रुपये तक पहुंच जाती है।
इस तरह, आईएएस अफसर बनने के बाद न केवल प्रतिष्ठा और रौब मिलता है, बल्कि उन्हें एक आकर्षक वेतन और कई सरकारी सुविधाओं का भी लाभ मिलता है।
आईएएस अधिकारी के भत्ते
· महंगाई भत्ता (DA): आईएएस अफसरों को उनकी बेसिक सैलरी का लगभग 17 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलता यह भत्ता जीवनयापन की बढ़ती लागत को ध्यान में रखते हुए दिया जाता है और इसे नियमित अंतराल पर संशोधित किया जाता है।
· आईएएस अफसरों को उनके आधिकारिक दौरे के लिए यात्रा भत्ता दिया जाता है। इसमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रा दोनों शामिल हैं, जो उनके यात्रा संबंधी खर्चों को कवर करता है।
· हाउस रेंट अलाउंस (HRA): जो आईएएस अफसरों को सरकारी आवास उपलब्ध नहीं होता, उन्हें हाउस रेंट अलाउंस (HRA) दिया जाता है। यह भत्ता शहर और आवास की श्रेणी पर निर्भर करता है और आमतौर पर बेसिक सैलरी का 8 से 24 प्रतिशत तक होता है।
इन भत्तों के साथ, आईएएस अफसरों को न केवल एक सम्मानजनक जीवन जीने का मौका मिलता है, बल्कि उनकी कार्यक्षमता को भी बेहतर बनाने के लिए यह भत्ते महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
और भी कई लाभ मिलते हैं
आईएएस अधिकारियों को टीए, डीए और एचआरए के अतिरिक्त कई अन्य लाभ भी प्रदान किए जाते हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण हैं खतरे की आशंका के आधार पर सुरक्षा, घरेलू मदद, और आधिकारिक प्रयोजनों के लिए वाहन और ड्राइवर। इसके साथ ही, उन्हें पेंशन लाभ और सेवानिवृत्ति भत्ते भी मिलते हैं। आईएएस अधिकारियों की वार्षिक वेतन वृद्धि उनके पदोन्नति और वरिष्ठता क्रम के आधार पर होती है, जो समयबद्ध या उनके प्रदर्शन पर निर्भर करती है।
कैबिनेट सचिव को मिलता राजनयिक पासपोर्ट
कैबिनेट सचिव का मूल वेतन 2,50,000 रुपये होता है, जिसमें यात्रा भत्ता (टीए), महंगाई भत्ता (डीए) और अन्य भत्ते शामिल नहीं हैं। इन सभी भत्तों के समावेश के बाद, कैबिनेट सचिव का कुल मासिक वेतन लगभग 5,60,000 रुपये होता है।
इसके अलावा, कैबिनेट सचिव को दिल्ली के प्रतिष्ठित पृथ्वीराज रोड पर स्थित टाइप-8 बंगला आधिकारिक आवास के रूप में मिलता है। एक और महत्वपूर्ण लाभ यह है कि कैबिनेट सचिव राजनयिक पासपोर्ट के पात्र होते हैं।
आसान नहीं है आईएएस बनना
आईएएस बनना हर किसी का सपना होता है, लेकिन भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण की आवश्यकता होती है। हर साल लाखों उम्मीदवार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन सफलता केवल चुनिंदा को ही मिल पाती है। हाल ही में 2024 यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया, जिसमें 1016 उम्मीदवारों का चयन हुआ है।