Success Story: 9 घंटे की प्राइवेट नौकरी और रातभर पढ़ाई; बिहार की श्वेता भारती बनीं IAS, बिना कोचिंग पाई सफलता

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बिहार के नालंदा की बेटी श्वेता भारती ने कड़ी मेहनत और अद्भुत समय प्रबंधन का उदाहरण पेश करते हुए UPSC परीक्षा पास कर IAS अधिकारी बनने का सपना साकार किया। उन्होंने 9 घंटे की प्राइवेट नौकरी के साथ सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की और 356वीं रैंक हासिल कर सफलता की मिसाल कायम की।

कॉर्पोरेट जॉब से प्रशासनिक सेवा तक का सफर

श्वेता भारती का जन्म बिहार के नालंदा जिले के राजगीर बाजार में हुआ था। प्रारंभिक शिक्षा के बाद उन्होंने एक बड़ी कॉर्पोरेट कंपनी में जॉब शुरू की। लेकिन उनके मन में हमेशा से प्रशासनिक सेवा में जाने की ललक थी। उन्होंने नौकरी के साथ ही UPSC की तैयारी शुरू कर दी। श्वेता ने अपनी दिनचर्या को इस तरह व्यवस्थित किया कि दिनभर वे ऑफिस का काम संभालती थीं और रात में पढ़ाई करती थीं। 

सोशल मीडिया और अन्य व्यर्थ की चीजों से दूरी बनाकर उन्होंने पूरी तरह से अपनी तैयारी पर ध्यान केंद्रित किया। यहां तक कि स्मार्टफोन का उपयोग भी बेहद सीमित कर दिया, ताकि उनका ध्यान कहीं और न भटके।

बिना कोचिंग के BPSC किया पास, फिर UPSC में पाई सफलता

पहले उन्होंने 2020 में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा पास कर 65वीं रैंक हासिल की और जिला कार्यक्रम अधिकारी (DPO) के रूप में नियुक्त हुईं। हालांकि, उनका सपना IAS बनने का था, इसलिए उन्होंने बिना रुके UPSC की तैयारी जारी रखी। आखिरकार, 2021 में उन्होंने UPSC परीक्षा में सफलता प्राप्त की और 356वीं रैंक हासिल की।

आज IAS अधिकारी के रूप में कर रहीं सेवा

श्वेता भारती वर्तमान में बिहार के भलाहीपुर में सहायक कलेक्टर के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं। उनकी कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो नौकरी के साथ सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। उनका मानना है कि मेहनत, सही रणनीति और आत्मसंयम से कोई भी सफलता हासिल की जा सकती हैं।

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