भारत और न्यूजीलैंड के बीच रविवार को दुबई में खेले जाने वाले चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल मुकाबले में अक्षर पटेल भारतीय टीम के लिए ‘गुप्त हथियार’ साबित हो सकते हैं।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत और न्यूजीलैंड के बीच रविवार को दुबई में खेले जाने वाले चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल मुकाबले में अक्षर पटेल भारतीय टीम के लिए ‘गुप्त हथियार’ साबित हो सकते हैं। यह टूर्नामेंट उनके लिए शानदार रहा है, जहां उन्होंने ना सिर्फ गेंदबाजी में अपनी उपयोगिता साबित की बल्कि मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हुए भी अहम योगदान दिया है। कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर का उन पर भरोसा टीम इंडिया की रणनीति का बड़ा हिस्सा बन चुका है।
बल्ले और गेंद से कमाल कर रहे अक्षर
अक्षर पटेल ने इस टूर्नामेंट में शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन किया है। उन्होंने चार मैचों में 80 रन बनाए, जिसमें न्यूजीलैंड के खिलाफ उनकी 42 रन की पारी निर्णायक साबित हुई थी। गेंदबाजी में भी उन्होंने प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट झटके हैं। टीम मैनेजमेंट ने हार्दिक पांड्या और केएल राहुल जैसे अनुभवी खिलाड़ियों से ऊपर उन्हें बल्लेबाजी का मौका दिया, जिससे साफ पता चलता है कि उनकी बल्लेबाजी पर कितना भरोसा जताया जा रहा है। नंबर-5 पर उनकी भूमिका भारतीय टीम के संतुलन को मजबूत कर रही है।
केन विलियमसन के लिए सबसे बड़ा खतरा
फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान केन विलियमसन भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती हो सकते हैं। ग्रुप स्टेज में भारत के खिलाफ उन्होंने 81 रनों की पारी खेली थी, लेकिन अक्षर पटेल ने उन्हें स्टंप आउट कराकर मैच का रुख पलट दिया था। ऐसे में, फाइनल में भी भारतीय टीम को उनसे ऐसे ही जादुई प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
पहले अक्षर को ‘गेंदबाजी ऑलराउंडर’ माना जाता था, लेकिन 2022 के बाद उन्होंने अपनी बल्लेबाजी पर कड़ी मेहनत की और खुद को एक प्रभावी मध्यक्रम बल्लेबाज के रूप में विकसित किया। पिछले साल श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में 44 रन की पारी के बाद से उन्होंने इस क्रम पर लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है।
बदल गई अक्षर पटेल की छवि
अक्षर पटेल ने खुद कहा, "अब मुझे खुद को किसी के सामने साबित करने की जरूरत नहीं लगती। वेस्टइंडीज के खिलाफ जब मैंने 64 रन बनाए थे, तभी मुझे एहसास हो गया था कि मैं मैच फिनिश कर सकता हूं।" गौतम गंभीर और रोहित शर्मा दोनों ही अक्षर पटेल को भारतीय टीम के लिए अहम खिलाड़ी मानते हैं। गंभीर के अनुसार, "अक्षर को जब से पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी का मौका दिया गया, तब से उन्होंने खुद को साबित किया है।" वहीं, रोहित शर्मा ने कहा, "हमारी रणनीति स्पष्ट थी कि अक्षर को मध्यक्रम में सेट किया जाए, और उसने हमें निराश नहीं किया।"