Yuvraj Singh Birthday: 2007 टी20 वर्ल्ड कप में चला युवराज सिंह का जादू, जानें युवराज सिंह का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट रिकॉर्ड

Yuvraj Singh Birthday: 2007 टी20 वर्ल्ड कप में चला युवराज सिंह का जादू, जानें युवराज सिंह का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट रिकॉर्ड
Last Updated: 2 घंटा पहले

हर साल 12 दिसंबर को अपना जन्मदिन मनाते हैं। युवराज सिंह का जन्म 12 दिसंबर 1981 को हुआ था आज भारतीय क्रिकेट के एक महान खिलाड़ी, युवराज सिंह का 43वां जन्मदिन है। युवराज ने अपनी क्रिकेट यात्रा में सिर्फ मैच जिताए, बल्कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में अपनी एक अलग पहचान बनाई। 12 दिसंबर 1981 को चंडीगढ़ में जन्मे युवराज सिंह ने अपनी क्रिकेट यात्रा में असंख्य मुश्किलों का सामना किया, लेकिन उनकी मेहनत, समर्पण और संघर्ष ने उन्हें क्रिकेट का सितारा बना दिया।

2007 टी20 वर्ल्ड कप युवराज सिंह की ऐतिहासिक पारियां

2007 में भारत ने टी20 वर्ल्ड कप जीता और इस जीत में युवराज सिंह का योगदान अविस्मरणीय था। इंग्लैंड के खिलाफ हुए मैच में युवराज ने एक ही ओवर में स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंदों पर लगातार 6 छक्के लगाए। यह घटना आज भी क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में जिंदा है। इस परफॉर्मेंस ने उन्हें "सिक्सर किंग" का दर्जा दिलाया और भारत को टूर्नामेंट में शानदार शुरुआत दी।

2011 वनडे वर्ल्ड कप युवराज सिंह की जादुई जर्नी

2011 में भारत ने दूसरा वनडे वर्ल्ड कप जीता और इस बार भी युवराज सिंह का अहम योगदान था। वर्ल्ड कप के दौरान युवराज ने शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन किया। उन्होंने 362 रन बनाए और 15 विकेट भी लिए। उनकी कप्तानी और शानदार बल्लेबाजी ने भारत को चैंपियन बना दिया। लेकिन यह वर्ल्ड कप उनके लिए बेहद दर्दनाक रहा, क्योंकि युवराज उस समय कैंसर से जूझ रहे थे, लेकिन उन्होंने अपनी बीमारी को छिपाकर टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया।

खून की उल्टियां करते हुए भारत को जिताया

2011 वर्ल्ड कप के दौरान जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल खेला, तो युवराज के मुंह से खून बह रहा था, लेकिन फिर भी उन्होंने मैच में शानदार पारी खेली। 65 गेंदों पर 57 रन बनाने के बाद उन्होंने 44 रन देकर 2 विकेट भी लिए और भारत को 5 विकेट से जीत दिलाई। इस मैच को जीतने के बाद उन्हें प्लेयर ऑफ मैच चुना गया। यही नहीं, उनके इस अद्वितीय साहस और समर्पण ने उन्हें सभी के दिलों में अमर कर दिया।

कैंसर से जंग और वापसी की प्रेरक कहानी

युवराज सिंह का कैंसर से जूझने का संघर्ष भी किसी से कम नहीं था। एक तरफ वह क्रिकेट मैदान पर शानदार प्रदर्शन कर रहे थे, दूसरी तरफ वह अपनी जानलेवा बीमारी से जूझ रहे थे। कैंसर का इलाज कराने के लिए युवराज को बोस्टन जाना पड़ा। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और करीब एक साल की कठिन जंग के बाद कैंसर को मात दी। क्रिकेट के जानकारों का मानना था कि युवराज शायद कभी क्रिकेट में वापसी नहीं कर पाएंगे, लेकिन युवी ने इसे गलत साबित किया और शानदार वापसी की।

युवराज सिंह का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट रिकॉर्ड

युवराज सिंह का क्रिकेट रिकॉर्ड अत्यधिक प्रभावशाली है। उन्होंने 304 वनडे मैचों में 8701 रन बनाए, जिनमें 14 शतक और 52 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 1900 रन बनाए और 9 विकेट लिए। टी20 इंटरनेशनल में भी उनका प्रदर्शन शानदार था, जिसमें उन्होंने 1177 रन बनाए और 28 विकेट चटकाए।

इंटरनेशनल क्रिकेट से अलविदा और युवराज का योगदान

युवराज सिंह ने जून 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा, क्योंकि उनका संघर्ष और समर्पण भारतीय क्रिकेट की धरोहर बन चुके हैं। उन्होंने क्रिकेट को सिर्फ अपनी शानदार बैटिंग और बॉलिंग से सजाया, बल्कि अपनी जिद, मेहनत और साहस से यह साबित किया कि कोई भी मुश्किल बड़ी नहीं होती।

 युवराज सिंह की प्रेरणा

आज युवराज सिंह केवल एक क्रिकेटर नहीं, बल्कि एक प्रेरणा स्रोत बन चुके हैं। उनकी जिंदगी की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर मन में ठान लिया जाए, तो कोई भी बीमारी या परेशानी बड़ी नहीं होती। युवराज ने साबित किया कि साहस, समर्पण और संघर्ष से हर मुश्किल का सामना किया जा सकता है। उनके 43वें जन्मदिन पर हम उन्हें सलाम करते हैं और उनकी सफलता की यात्रा को याद करते हैं।

Leave a comment
 

Latest Articles