Paris Olympics 2024: प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंची हरियाणा की रेसलर निशा दहिया, चार साल बैन के बाद दिखाया जनून, भारत को इनसे पदक की उम्मीद

Paris Olympics 2024: प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंची हरियाणा की रेसलर निशा दहिया, चार साल बैन के बाद दिखाया जनून, भारत को इनसे पदक की उम्मीद
Last Updated: 05 अगस्त 2024

Paris Olympics 2024: प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंची हरियाणा की रेसलर निशा दहिया, चार साल बैन के बाद दिखाया जनून, भारत को इनसे पदक की उम्मीद 

पेरिस ओलंपिक 2024 में हरियाणा के पानीपत की रहने वाली रेसलर निशा दहिया से देश को पदक की बड़ी उम्मीद है। निशा महिला रेसलिंग फ्री स्टाइल के 68 किलो भार वर्ग में प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में आज पदक हासिल करने के इरादे से मैदान में उतरेगी। आइए निशा दहिया की स्ट्रगल स्टोरी के बारे मेंबताते हैं।

स्पोर्ट्स न्यूज़: पेरिस ओलंपिक 2024 के 10वें दिन कुश्ती के मुकाबलों का आगाज होना वाला है। पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की ओर से हरियाणा की शान पहलवान निशा दहिया पदक पक्का करने के इरादे से मैदान में उतरेंगी। बता दें सोमवार को महिला रेसलिंग फ्री स्टाइल के 68 किलो वेट कैटेगरी में शाम 6:30 बजे प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबला होगा। इस मैच में निशा जीत हासिल करती है तो वह शाम 7:50 बजे क्वार्टर फाइनल मुकाबला भी खेलेगी।बता दें अपनी कड़ी मेहनत से निशा दहिया ने ओलंपिक 2024 के लिए क्वालीफाई किया था, हालांकि निशा का करियर बहुत उतार-चढ़ाव वाला रहा हैं. आइए जानते है इसकी स्ट्रगल स्टोरी।

निशा को बचपन से कुश्ती में दिलचस्पी

हरियाणा के पानीपत जिला के अदियाना गांव की रहने वाली निशा दहिया ने 12 साल की उम्र से ही कुश्ती में अपना करियर बनाना शुरू कर दिया था. बताया गया है कि निशा को बचपन से ही रेसलर बनने में दिलचस्पी थी। वह एक ट्रेनिंग सेंटर में कुश्ती की ट्रेनिंग ले रही है। निशा को अपने परिवार में सबसे छोटी होने के कारण माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्य का पूरा साथ मिला।

निशा के पिता एक किसान हैं और उनका भी सपना था कि वह कुश्ती में नाम कमा सकें, लेकिन परिवार की खातिर वह ऐसा नहीं कर पाए। इसलिए निशा ने अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए कुश्ती को चुना था। निशा बचपन में ही पढ़ाई से ज्यादा खेल को महत्व देती थी और साल 2014 में अंडर-16 एशियन खेल थाईलैंड में पहला मेडल जीतकर परिवार का नाम रोशन किया।

निशा के खेलने पर 4 साल का लगा बैन

निशा दहिया को अपने करियर में सबसे बड़ा झटका उस समय लगा था, जब डोपिंग परीक्षण में फेल होने के कारण उन पर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया गया। बताया गया हैं कि वह समय निशा के लिए काफी मुश्किल से भरा हुआ था और उन्होंने इस दौरान कई दिक्कतों का सामना करने के बाद भी हार नहीं मानी थी। इस मुश्किल दौर से उबरने के बाद निशा ने 2019 में उम्र-23 नेशनल चैंपियनशिप जीतकर शानदार तरीके से वापसी की थी। बता दें निशा को संघर्ष के दौरान साथी पहलवान खिलाडी साक्षी मलिक का पूरा स्पोर्ट मिला था।

 

 

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