भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने रणजी ट्रॉफी में छत्तीसगढ़ के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए दोहरा शतक जड़ दिया है। इस बेहतरीन पारी के साथ ही पुजारा ने वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा का एक खास रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। पुजारा अब प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में ब्रायन लारा से आगे निकल गए हैं।
स्पोर्ट्स न्यूज़: चेतेश्वर पुजारा ने रणजी ट्रॉफी में छत्तीसगढ़ के खिलाफ सौराष्ट्र के लिए दोहरा शतक बनाकर फिर से अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया है। उन्होंने 221* रनों की नाबाद पारी खेलते हुए 23 चौके और 1 छक्का लगाया है, जो उनके निरंतरता और दृढ़ता को दर्शाता है। इस शानदार पारी के साथ पुजारा ने वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा के प्रथम श्रेणी क्रिकेट में शतकों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। पुजारा, भले ही इस समय भारतीय टेस्ट टीम में शामिल नहीं हैं, लेकिन घरेलू क्रिकेट में उनका निरंतर अच्छा प्रदर्शन जारी हैं।
चेतेश्वर पुजारा का यह 66वां प्रथम श्रेणी शतक है, जिससे उन्होंने वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा के 65 शतकों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। इसके अलावा, यह उनका 25वां रणजी ट्रॉफी शतक है, जिसने उन्हें विनोद कांबली और सुब्रमण्यम बद्रीनाथ को पीछे छोड़ते हुए इस लिस्ट में पारस डोगरा के बाद दूसरे स्थान पर ला खड़ा किया हैं।
अब पुजारा की नजर राहुल द्रविड़ के रिकॉर्ड पर
चेतेश्वर पुजारा अब सबसे अधिक प्रथम श्रेणी शतक बनाने वाले शीर्ष तीन भारतीय खिलाड़ियों के करीब पहुंच गए हैं। वे राहुल द्रविड़ से केवल दो शतक पीछे हैं, जिन्होंने अपने करियर में 68 शतक बनाए। इसके अलावा, सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर भी 81-81 शतकों के साथ उनसे आगे हैं। पुजारा ने छत्तीसगढ़ के खिलाफ अपने दोहरे शतक के दौरान 21,000 प्रथम श्रेणी रन का आंकड़ा भी पार किया, जिससे वे गावस्कर, तेंदुलकर और द्रविड़ के बाद ऐसा करने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी बन गए। वर्तमान में, गावस्कर इस सूची में शीर्ष पर हैं, जिनके नाम 25,834 रनों का रिकॉर्ड हैं।
पुजारा ने भारतीय टीम के लिए बनाए इतने रन
बता दें 36 साल के चेतेश्वर पुजारा ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 103 टेस्ट मैचों में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने 176 पारियों में 43.6 की औसत से 7,195 रन बनाए, जिसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं। हालांकि, वनडे फॉर्मेट में उनका प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर रहा है। उन्होंने भारतीय टीम के लिए केवल 5 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें उनका कुल स्कोर सिर्फ 51 रन हैं।